Bihar News: कोरोना के बढ़ते मरीजों से मचा हड़कंप, प्रदेश में कुल 51 लोग संक्रमित, लॉकडाउन का खुल्लम-खुला उल्लंघन
By एस पी सिन्हा | Published: April 9, 2020 06:44 PM2020-04-09T18:44:34+5:302020-04-09T18:44:34+5:30
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखा गया. जबकि सरकार और अधिकारी बड़ी-बड़ी बातें करते दिखे.
पटना: कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की बढती संख्या की वजह से बिहार के कई इलाकों में दहशत फैल चुका है. राज्य में कोरोना का कहर लगातार जारी और लोग लगातार कोरोना पॉजिटिव की चेन में आकर कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं. सबसे बडी बात है कि जिस जिले पर संदेह था और जिसे राज्य सरकार के द्वारा सील भी किया गया है. वह जिला फिलहाल बिहार का वुहान बनता जा रहा है. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि सील और लॉकडाउन का कहीं कोई मतलब नही दिख रहा है. ऐसे में यहां यह कहा जा सकता है कि लॉकडाउन कानून यहां मजाक बनकर रह गया है.
राज्य की अन्य ईलाकों की बात अगर छोड़ भी दें तो राजधानी पटना में हीं लॉकडाउन का कहीं कोई मतलब नही दिखता है. लोग तरह-तरह के बहाने बनाकर घर से बाहर निकल जा रहे हैं. यही नहीं सडकों पर सत्तू घोलकर- जूस बनाकर बेचा जा रहा है. राजधानी पटना के कंकडबाग से लेकर स्टेशन आते-आते कई ठेले सत्तू घोलकर बेचते नजर आ जा रहे हैं, वह भी मुख्य सडक पर. यही नहीं पुलिसकर्मी भी वहां मौजूद रहते है.
ऐसा नजार न जाने कितने ईलाकों की है. ऐसे में यह प्रश्न उठता है कि अगर बिहार में लॉकडाउन ही है और किसी को बेवजह घर से निकलने पर प्रतिबंध है तो फिर सड़कों पर ठेला लगाकर सत्तू घोलकर और जूस क्यों बेचा जा रहा है? आखिर सडकों पर निकलने की मनाही है तो फिर इनके खरीददार कौन हैं? क्या पुलिसकर्मी इनके सत्तू और जूस पी रहे हैं. यही नहीं फल काटकर बेचा जा रहा है. आखिर यह किसके लिए बेचा जा रहा है और इअनके खरीददार कौन हैं? इसका मतलब यह साफ है कि लोग सडकों पर आराम से घुम रहे हैं और अपने जरूरत के हिसाब से सत्तू और जूस पी रहे हैं. फिर लॉकडाउन कानून का क्या मतलब? लेकिन इसपर कोई पुलिस के अधिकारी बात करने से बचते दिखते हैं.
यहां बता दे कि बिहार में अबतक पाये गये कुल कोरोना संक्रमित लोगों से 51 में से अकेले सीवान जिले के 20 हैं. ऐसे में मतलब साफ है कि यहां लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का कोई ख्याल नहीं रखा गया. जबकि सरकार और अधिकारी बड़ी-बड़ी बातें करते दिखे. इसके बाद अब पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी ने गोपालगंज की सीमा को सील करने का निर्देश दिया है. पूर्वी चंपारण के जिलाधिकारी ने पत्र लिखकर कहा है कि गोपालगंज में कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की सूचना के बाद नगर में सुरक्षा एवं सतर्कता पूर्ण कार्यवाही करना जरूरी हो गया है. जिसके अनुसार जिले के डुमरिया घाट एवं सत्तर घाट सीमा को सील करने का आदेश दिया गया है.
यहां उल्लेखनीय है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढोतरी देखी जा रही है. कहने के लिए प्रशासन पूरी तरीके से सख्ती दिखा रही है, लेकिन उसका कोई असर सडकों पर होता नही दिख रहा है. वैसे कई जिलों को सील भी कर दिये जाने की बात बताई जा रही है. लेकिन हकीकत में क्या है, यह तो भविष्य ही बतायेगा. स्वास्थ्य विभाग के रिपोर्ट के अनुसार कोशी एवं मिथिलांचल के इलाकों में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों के सैंपल नेगेटिव पाए गए हैं. जबकि दक्षिण बिहार के जिलों में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक पाई गई है. बिहार के दस जिलों में कोरोना का ज्यादा कहर देखा जा रहा है.