बिहारः एके-47 की तलाश में नदी और कुओं की खाक छान रही है मुंगेर पुलिस, गंगा में उतारे गोताखोर
By एस पी सिन्हा | Published: October 8, 2018 10:42 PM2018-10-08T22:42:27+5:302018-10-08T22:42:27+5:30
मुंगेर एके- 47 की मंडी बन चुका है। यहां की नदियों और कुओं में एके- 47 मौजूद हैं, जिसे खोजने के लिए पुलिस खाक छान रही है।
पटना, 8 अक्टूबरःबिहार के मुंगेर जिले में एक बार फिर एके-47 हथियार की बरामदगी को लेकर गंगा नंदी में जाल डाल रही है और गोताखोरों को उतार रही है। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में छापेमारी शुरू कर दी गई है। जेल से मो। इरफान को रिमाण्ड पर लिए जाने के बाद उसकी निशानदेही पर मुंगेर पुलिस अब दियारा इलाके का खाक छानने निकली है।
यहां बता दें कि मुंगेर एके- 47 की मंडी बन चुका है। यहां की नदियों और कुओं में एके- 47 मौजूद हैं, जिसे खोजने के लिए पुलिस खाक छान रही है। पुलिस कभी घर की दीवारों को खोद रही है। कहीं जमीन के अंदर तो कभी गंगा नदी में गोते लगा रही है। एके 47 की खोज को लेकर पुलिस ने दियारा क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया। मुंगेर पुलिस ने गंगा किनारे सर्च करने के साथ ही दियारा में जमीन के नीचे छिपाकर कर रखी गयी एके-47 की आशंका को लेकर मेटल डिटेक्टर से जांच की।
दियारा के कुआं व गंगा में गोताखोर को उतार कर तलाशी ली गई, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। छापेमारी एएसपी अभियान राणा नवीन सिंह के नेतृत्व में की गई। इधर हिरासत में लिये गये इरफान की निशानदेही पर पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस गया के तीन लोगों से भी पूछताछ कर रही है।
बताया जाता है कि एके- 47 मामले में गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में आठ लोगों के नामों का खुलासा हुआ है। इसमें मुंगेर, गया, औरंगाबाद एवं नालंदा जिले के हैं। सबसे अधिक नाम गया जिले से है। मुंगेर पुलिस ने गया के तीन लोगों को हिरासत में लिया है जिसमें एक शिक्षक, मुंगेरिया एवं डीपी शर्मा का नाम सामने आया है। एके- 47 मामले में गिरफ्तार शमशेर आलम उर्फ वीरो ने गया के डीपी शर्मा का नाम बताया था।
बताया जा रहा है कि छापेमारी दल में एसडीआरएफ टीम के गोताखोर भी शामिल हैं। जिन्हे आवश्यकतानुसार पानी में भी उतारा जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इनमे से दो मंजर आलम उर्फ मंजी के शागिर्द हैं। उनमें से एक सूरत के मऊ का निवासी है और दूसरा गया जिले का रहने वाला है।
अबतक जांच में यह खुलासा हो चूका है कि सत्ताधारी दल के एक नेता ने भी एके-47 रायफल खरीदा है। लेकिन पुलिस ने उसके नाम का खुलासा अबतक नहीं किया है। इसको लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। तेजस्वी यादव लगातार उस विधायक के नाम का खुलासा करने की मांग कर रहे हैं। लेकिन पुलिस इसे रूटीन राजनीतिक बयान मानकर चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन लोगों के जेहन में यह सवाल आज भी कौंध रहा है कि पुलिस उस विधायक के नाम का खुलासा कब करेगी जिसने एके-47 रायफल खरीदा है।
पुलिसिया जांच से ये साफ हुआ है कि मुंगेर का मंजर आलम नक्सलियों को एके-47 सप्लाई करने की अहम कडी है। ये अभी तक गिरफ्त में नहीं आ सका है। मंजर ऊर्फ मंजी पर जबलपुर सीओडी से गायब 50 से 60 एके 47 झारखंड के कोल माफिया से लेकर नक्ससलियों तक को सप्लाय करने का आरोप है।
मंजर झारखंड के हजारीबाग में कोल माफिया से लेकर नक्सलियों तक एके-47 के सप्लाई का काम अपने रिश्तेदारों के माध्यम से करवाता था और अपने ब्लैक मनी को व्हाइट करवाता था। मुंगेर एसपी ने बताया है कि मंजी की गिरफ्तारी के लिए झारखंड से लेकर बिहार के कई जिलों में छापेमारी की जा रही है और जल्द ही उसकी गिरफ्तारी हो जाएगी।