पटना: जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के करीबी बिल्डर गब्बू सिंह के कंपनी में कई रसूखदारों के पैसे के निवेश के सबूत मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। एक दर्जन आईएएस-आईपीएस अधिकारियों के साथ उनके न सिर्फ करीबी ताल्लुकात बताए जाते हैं, बल्कि उनके पैसे भी खपाए गए।
यही नही अधिकारियों के बजाए उनके करीबियों के नाम पर काली कमाई को खपाने की बात सामने आई है। हालांकि आयकर विभाग ने छापेमारी में बरामद नकद और अन्य दस्तावेजों को लेकर अभीतक आधिकारिक तौर पर कोई खुलासा नहीं किया है।
सूत्रों की मानें तो करीब दर्जनभर आईएएस-आईपीएस व सफेदपोश का काला धन गब्बू सिंह की कंपनी गोविंदा कंस्ट्रक्शन में लगे होने के कागजात मिले हैं। आयकर विभाग इससे जुड़े सबूत को और पुख्ता करने के लिए गब्बू सिंह से जुड़े कई लोगों से पूछताछ कर सकती है। कंपनी से कई सेवानिवृत्त अधिकारी के जुड़े होने के भी सबूत मिले हैं। उनके अकाउंटेंट के घर से आयकर की टीम ने महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त कर ली। हालांकि, आयकर विभाग के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार कई अधिकारियों से भी जल्द ही पूछताछ की जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक कंपनी का सलाना टर्नओवर कागज पर 150 करोड़ के आसपास दर्शाया गया है। लेकिन हकीकत में सलाना कारोबार 600 से 700 करोड़ के आसपास बताया जा रहा है। यही वजह है कि आयकर विभाग की कार्रवाई का दायरा बढ़ता जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक छापे में मिले दस्तावेज के आधार पर कई रसूखदार आयकर के रडार पर आ सकते हैं।
टैक्स बचाने के लिए फर्जी लेनदेन के भी साक्ष्य मिले हैं। कई लेनदेन को कंपनी के लेजर बुक पर दर्शाया ही नहीं गया है। बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी और रसूखदारों की काली कमाई खपाए जाने को लेकर मिले कागजातों की विस्तृत छानबीन की जा रही है। गब्बू सिंह बिल्डर के साथ सरकारी ठेकेदार भी हैं।
कई विभागों में वह बड़े ठेके लेते हैं। उनका होटल का भी कारोबार है। करोड़ों के टैक्स चोरी का मामला सामने आया है। अबतक 50 करोड़ से अधिक रूपये मिलने की चर्चा है। हालांकि यह रकम बढ़ सकती है।