Bihar LS polls 2024: दरभंगा से सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने जदयू से दिया इस्तीफा, राजद टिकट पर दरभंगा या मधुबनी से लड़ेंगे चुनाव
By एस पी सिन्हा | Published: March 19, 2024 05:23 PM2024-03-19T17:23:49+5:302024-03-19T17:25:06+5:30
Bihar LS polls 2024: जदयू महासचिव के पद से इस्तीफा देते हुए अली अशरफ फातमी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को लिखा कि मैं नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।”
Bihar LS polls 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर नेताओं के बीच पाला बदलने का सिलसिला लगातार जारी है। इसी कड़ी में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को बड़ा झटका लगा है। दरभंगा से सांसद रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने जदयू से इस्तीफा दे दिया है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव के पद से इस्तीफा देते हुए अली अशरफ फातमी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को लिखा कि मैं नैतिक मूल्यों की रक्षा हेतु जनता दल यूनाइटेड के सभी पदों और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।”
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर फातमी नाराज चल रहे थे और दरभंगा और मधुबनी की सीट भाजपा को दिए जाने की वजह से उन्होंने जदयू से नाता तोड़ लिया है। कहा जा रहा है कि फातमी जल्द ही अपने पुराने घर राजद में वापसी करेंगे और राजद के टिकट पर दरभंगा या मधुबनी से लोकसभा का चुनाव लड़ सकते हैं।
दरअसल, अली अशरफ फातमी चार बार के लोकसभा सदस्य रहे हैं। उन्होंने 1991 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था। फिर दरभंगा से वर्ष 1996, 1998 और 2004 में भी वे सांसद बने। वहीं, वर्ष 2004 से 2009 के बीच केंद्र सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री भी रहे।
वर्ष 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में अली अशरफ फातमी के बेटे फराज फातमी ने दरभंगा के कोएटी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीता। हालांकि वर्ष 2019 में अली अशरफ फातमी ने राजद का दामन छोड़ दिया और अपने समर्थकों के साथ जदयू में आ गए। नीतीश कुमार ने उन्हें जदयू में कई अहम पद दिए।
फिलहाल अली अशरफ फातमी जदयू के राष्ट्रीय महासचिव थे। कहा जा रहा है कि राजद की ओर से उन्हें दरभंगा या मधुबनी लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। फातमी उस इलाके में एक लोकप्रिय चेहरा हैं। उनके राजद में जाने से न सिर्फ दरभंगा बल्कि कई मुस्लिम बहुल इलाकों में लालू यादव की पार्टी को बड़ा फायदा हो सकता है।