Bihar Legislative Council Elections 2022:कांग्रेस ने बिहार विधान परिषद की स्थानीय प्राधिकार श्रेणी की सीटों पर चुनाव के लिए शनिवार को अपने आठ उम्मीदवार घोषित कर दिए।बिहार की 75 सदस्यीय विधान परिषद में स्थानीय प्राधिकार की 24 सीटें हैं, जो जुलाई 2021 से खाली हैं।
पार्टी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची के अनुसार, कटिहार से सुनील कुमार यादव, पश्चिमी चम्पारण से मोहम्मद अशफाक अहमद, मधुबनी से सुबोध मंडल, बेगूसराय-सह-खगड़िया से राजीव कुमार और सीतामढ़ी-सह-शिवहर से नूरी बेगम उम्मीदवार होंगी।
इसके साथ ही, कांग्रेस ने सीवान से अशोक कुमार सिंह, मुजफ्फरपुर से अजय कुमार यादव और सारण से सुशांत कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है। राज्य में स्थानीय प्राधिकार श्रेणी की रिक्त सभी 24 सीटों के लिए चार अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। मतगणना सात अप्रैल को होगी।
2015 के समझौते के आधार पर राजद ने कांग्रेस के लिए चार सीटों की पेशकश की है, जबकि कांग्रेस सात सीटों की मांग कर रही थी। 2015 के विधान परिषद चुनाव में कांग्रेस सहरसा, कटिहार, पूर्णिया और पश्चिमी चम्पारण से चुनाव लड़ी थी। इस बार कांग्रेस ने सहरसा से अपना दावा वापस ले लिया।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि कांग्रेस को 24 में से 6-7 सीटें दी जा सकती है। हमलोग राजद से बातचीत में इतनी सीटें ही मांगी है, लेकिन अभी तक सहयोगी दल राजद नेतृत्व की तरफ से हमारे प्रस्ताव पर कुछ भी नहीं कहा गया। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि विधान परिषद चुनाव को लेकर सीटों पर अभी तक समझौता नहीं हुआ है।
कांग्रेस ने भी राजद की मंशा पर सवाल खड़े करते हुए कमजोर नहीं समझने की चेतावनी दे डाली है। राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने साफ शब्दो में कह दिया है कि विधानपरिषद की सीटें कोई सत्यनारायण भगवान का प्रसाद नहीं कि जो जितना मांगे उतना दे दिया जाएगा।
उन्होंने कांग्रेस पर प्रहार करते हुए कहा कि कांग्रेस सिर्फ 7 सीटों पर ही क्यों अटकी हुई है? 7 सीट सिर्फ लेने से ही जीत नहीं मिल जाएगी, इसके लिए 7 मजबूत उम्मीदवार भी चाहिए होंगे। कांग्रेस पहले अपना उम्मीदवार तो तलाश ले उसके बाद सीट मांगने का काम करे। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद सभी सीटों पर चुनाव की तैयारी में जुटा है। किसकी कितनी ताकत है, सब जानते हैं, कांग्रेस के 19 विधायक राजद की वजह से ही हैं।