पटना: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से पहले बिहार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों से कहा है कि बाहर से आ रहे लोगों के कारण फिर से कोरोना संक्रमण की चेन बन रही है. इस चेन को तोड़ने के लिए जांच की क्षमता को बढ़ाना जरूरी है. उन्होंने कारोना से लडाई में लागों से धैर्य बनाए रखने की भी अपील की. इस दौरान नीतीश कुमार वर्तमान हालात को देखते हुए बिहार में लॉक डाउन फिलहाल हटाने के पक्ष में नहीं दिखे. सूत्रों के अनुसार अभी बिहार में लॉकडाउन की अवधि आगे बढाई जा सकती है.
समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए हम सभी को सचेत और सतर्क रहना होगा. अधिक उम्र के लोगों और दूसरी गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. दवाइयां, पीपीई किट, एन-95 मास्क एवं अन्य चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता बनाए रखने के लिए सप्लाई चेन की लगातार मॉनीटरिंग की जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन में प्रभावित मजदूरों, कामगारों, किसानों, छोटे दुकानदारों एवं अन्य जरूरतमंदों के जीविकोपार्जन को केंद्र में रख अब आगे बढ़ने की आवश्यकता है. लॉकडाउन के कारण इनके रोजगार प्रभावित हुए हैं. उसे ध्यान में रखते हुए इस पर विचार करने की जरूरत है.
रोजगार सृजन की चर्चा के क्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा तथा अन्य विभागों में रोजगार सृजन के कार्यों की लगातार निगरानी हो. यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिक से अधिक मानव दिवस सृजित हो. मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रखंड व पंचायतस्तरीय क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया जाए. वहां जो लोग रह रहे हैं, उनसे बात कर क्वारंटाइन सेंटर का फीडबैक लिया जाए. क्वारंटाइन केंद्रों पर रह रहे लोगों के लिए एसओपी के अनुरूप सारी व्यवस्थाएं चलती रहे. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की गंभीरता को समझना होगा. लोग धैर्य बनाए रखें. गाइडलाइन के अनुरूप फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें तभी कोरोना को हराने में सफलता मिलेगी.
यहां उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में बिहार में बाहर से आए अप्रवासी मज़दूरों के आने के बाद कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बात को लेकर चिंतित हैं कि कहीं कोरोना वायरस का संक्रमण राज्य में ज्यादा विस्तार ना ले ले. यही वजह है कि वे लॉक डाउन की अवधि अभी और बढाना चाहते हैं.
उल्लेखनीय है कि बिहार के कुल 38 जिलों में से 37 जिलों में कोविड-19 के मामले सामने आ चुके हैं. बिहार में में 11 मई यानि सोमवार को 7 नए पॉजिटिव मामलों की पुष्टि हुई है. इसके बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढकर 714 पहुंच चुकी है. जानकारी के अनुसार, पटना में फिर कोरोना के तीन नए पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके बाद पटना जिले में मरीजों की संख्या बढकर 64 पहुंच चुकी है. इसके अलावा भागलपुर और गोपालगंज में कोरोना वायरस से संक्रमित 2-2 मरीज मिले हैं. देश के अन्य राज्यों से वापस लौटे प्रवासियों ने कोरोना संक्रमण का खतरा यहां बढा दिया है. प्रदेश में कोरोना से अब तक 6 की मौत हो चुकी है. प्रदेश में में कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढकर अभीतक 714 हो गई है और नए मरीजों के मिलने का सिलसिला लगातार जारी है.