पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से जदयू और भाजपा की बीच आरोप-प्रत्यारोपों का दौर जारी है। इसी कड़ी में जदयू ने आज मंगलवार को केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में सतर्कता और जागरूकता मार्च का आयोजन किया।
पार्टी की ओर से पटना के आंबेडकर मूर्ति से यह विरोध मार्च निकाला गया, जिसमें नीतीश कुमार को छोड़कर जदयू के तमाम दिग्गज नेता सड़क पर प्रदर्शन करते हुए नजर आए। इस प्रदर्शन रैली में पार्टी अध्यक्ष ललन सिंह, उपेंद्र कुशवाहा और उमेश कुशवाहा के साथ सभी दिग्गज नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ हिस्सा लिया।
इसके साथ ही बिहार के सभी मुख्यालयों में केंद्र सरकार के ख़िलाफ मार्च निकाला गया। इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला। भाजपा नेताओं द्वारा सोनिया गांधी-नीतीश कुमार की मुलाकात की तस्वीर नहीं जारी करने को लेकर उठाए जा रहे सवालों पर ललन सिंह ने कहा कि भाजपा नेताओं की कोई हक नहीं है, वह यह मांग सके। उनके पास कोई काम नहीं है, तो हंगामा कर रहे हैं। भाजपा नेताओं को मेरी सलाह है कि वो अभी से आराम करने की आदत डाल लें, क्योंकि 2024 के बाद से उन्हें घर पर ही बैठना है।
वहीं, पार्टी के संसदीय समिति के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा नीतीश और लालू जी विपक्षी एकता के लिए सोनिया गांधी से मिलने गए थे, तस्वीर खिंचवाने के लिए नहीं। उन्हें 2024 तक का इंतजार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा समाज में जो सांप्रदायिक उत्पन्न कर रही है, आज का मार्च उसी के खिलाफ है, ताकि लोगों को समाज को बांटने की बीजेपी की साजिश से बचाने के लिए जागरुक कर सकें।