विधानसभा चुनाव में उतरने जा रही है JDU, बिहारी जुबान में चस्पा किए पोस्टर, गरमाई सियासत
By एस पी सिन्हा | Published: September 2, 2019 05:11 PM2019-09-02T17:11:01+5:302019-09-02T17:11:01+5:30
नीतीश कुमार को केंद्र में रख जदयू द्वारा तैयार किया गया स्लोगन पिछले विधानसभा चुनाव में खूब चर्चित हुआ था. तब पहली बार बिहार में बातचीत की शैली को इस स्लोगन में शामिल किया गया था- 'बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है.'
बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ दल जदयू ने अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी हैं. पिछली बार विधानसभा चुनाव में उसका नारा था, 'बिहार में बहार है...'फिर से नीतीशे कुमार है..’ लेकिन इस बार उसने नारा दिया है 'क्यूं करें विचार, ठीके तो है नीतीश कुमार.' इस ठेठ बिहारी जुबान में तैयार नारे पटना की सड़कों पर यह स्लोगन दिखने लगे हैं.
वहीं, राजनीतिक हल्के में इस स्लोगन की व्याख्या अलग-अलग एंगल से शुरू हो गई है. जदयू नये नारे के साथ फिर जनता के बीच है. जदयू प्रदेश कार्यालय के बाहर इस नये स्लोगन को आधार बनाकर बनी बड़ी होर्डिंग लगाई गई है. दो लाइन के स्लोगन वाली इस होर्डिंग के एक हिस्से में नीतीश कुमार की चिंतन मुद्रा वाली तस्वीर है.
नीतीश कुमार को केंद्र में रख जदयू द्वारा तैयार किया गया स्लोगन पिछले विधानसभा चुनाव में खूब चर्चित हुआ था. तब पहली बार बिहार में बातचीत की शैली को इस स्लोगन में शामिल किया गया था- 'बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है.'
चुनावी सभाओं में भी इस स्लोगन पर आधारित ऑडियो-वीडियो का खूब इस्तेमाल हुआ था. नीतीश कुमार पर केंद्रित जदयू की एक और होर्डिंग लोकसभा चुनाव के समय शहर के विभिन्न हिस्सों में लगी थी और उसकी खूब चर्चा भी हुई थी. नारा था- सच्चा है, अच्छा है, चलो चलें नीतीश के साथ. फिर वह होर्डिंग भी लगी है.
यहां बता दें कि अगले वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव हैं. चुनाव के काफी पहले जदयू ने अपने अंदाज को स्पष्ट कर दिया है यहां कि किसी तरह की कोई संभावना नही है. हाल ही में विपक्ष में बिहार की कमान को लेकर किस्म-किस्म के बयान चर्चा में आने लगे थे.
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एक दिन यह कह दिया कि वह खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानते हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव को अभी अनुभव नहीं है. इससे राजद में उबाल आ गया है.
राजद नेता शिवानंद तिवारी ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जीतन राम मांझी को अधीर नहीं होना चाहिए और समय पर तय कर लेंगे. वहीं, जीतन राम मांझी अगले ही दिन अपने बयान से पलट गए.
कांग्रेस ने कहा कि अभी कोई कैसे अपने को मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट कर सकता है. इस पूरी गहमागहमी के बीच जदयू ने लोगों को समझाया है- ठीके तो है नीतीश कुमार.
नीतीश कुमार पर केंद्रित जदयू की एक और होर्डिंग लोकसभा चुनाव के समय शहर के विभिन्न हिस्सों में लगी थी और उसकी खूब चर्चा भी हुई थी. वह नारा था- सच्चा है, अच्छा है चलो नीतीश के साथ- यह पोस्टर खूब चर्चित हुआ था.
जदयू के नए स्लोगन पर राजद ने चुटकी ली है. पार्टी के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि आज के हालात के मुताबिक पार्टी ने नीतीश कुमार के लिए सही स्लोगन रखा है. जिस तरह से कानून व्यवस्था की स्थिति चरमराई है, सूबे में खुलेआम एके- 47 मिल रहे हैं, जनता समझ गई है हमारे मुख्यमंत्री कामचलाऊ हैं. 2020 में जनता सब ठीक कर देगी.