पटनाः बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपेंद्र कुशवाहा के बीच जारी टकराव सोमवार को एक नए मोड़ पर आ पहुंची। नीतीश पर बिहार में जंगलराज की वापसी का आरोप लगाकर जदयू छोड़ने का ऐलान करने वाले उपेंद्र कुशवाहा का दबाव काम कर गया है।
इसके बाद बैकफूट पर आये जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि 2025 में कौन मुख्यमंत्री बनेगा ये तय नहीं है। उन्होंने कहा कि हम कभी कहें है कि 2025 में कौन मुख्यमंत्री बनेगा? जब समय आयेगा तब देखेंगे। वैसे ललन सिंह ने ये भी कहा कि उपेंद्र कुशवाहा आदतन पलटीमार हैं। उनके जाने से पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के व्यक्तित्व में सबसे बड़ी खामी उनकी अति महत्वाकांक्षा है, जिसके कारण वो कहीं अधिक दिनों तक टिक नहीं पाते। उन्होंने कहा कि हम उनको शुभकामना देते हैं और एक खास सलाह भी देते हुए बताया कि अब वो जहां भी गये हैं, वहां स्थिर हो कर रहें।
ललन सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा पहले से ही दिल्ली और पटना की यात्रा कर रहे थे। वे किनके संपर्क में थे, ये हमें मालूम चल गया था। उनके कुनबे के लोगों ने ही हम लोगों को आकर बताया था कि उपेंद्र कुशवाहा कहां जाने के चक्कर में हैं। उन्होंने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा कहीं टिक ही नहीं सकते हैं। आप पूरा इतिहास निकाल लीजिये।
जब से विधायक बने तब से लेकर आज तक का। वे अति महत्वाकांक्षी हैं। ललन सिंह ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा जब जदयू में शामिल होने आये थे तो मैंने नीतीश कुमार से कहा था कि इनसे पूछ लीजिये कि कितने दिन पार्टी में रहेंगे? तब उपेंद्र कुशवाहा ने कहा था कि अब जीना यहीं है, मरना यहीं है। मुझे कुछ नहीं चाहिये। मैं थक गया हूं। तो पार्टी ने थके हुए आदमी को विश्राम करने के लिए पद दिया था।
ललन सिंह ने कहा कि आज वे जंगलराज की बात कर रहे हैं। उनसे पूछिये कि जब उन्होंने खुद राजद के साथ गठबंधन किया था तो जंगलराज नहीं आया था? उपेंद्र कुशवाहा खुद गये थे तेजस्वी यादव से मिलने के लिए। अरवल के सर्किट हाउस में वे जाकर तेजस्वी यादव से मिले थे।
ललन सिंह ने कहा कि हमलोगों को मालूम हुआ था कि उपेंद्र कुशवाहा ने तेजस्वी यादव से कहा था कि मुझे मुख्यमंत्री पद का दावेदार बना दीजिये। जब तेजस्वी ने मना कर दिया तो जंगलराज की बात आ गई। ललन सिंह ने कहा कि जदयू न तो कमजोर हुई है ना जदयू पर कोई संकट है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जदयू का किसी पार्टी के साथ कोई विलय नहीं होने जा रहा है।