पटना: नीट पेपर लीक मामले को लेकर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के निजी सचिव प्रीतम कुमार यादव के करीबी संबंधी और पेपर लीक मामले के मुख्य आरोपी जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेन्दु के अलावे संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया की अवैध संपत्ति को ईडी जब्त कर सकती है। इस मामले के आरोपियों के खिलाफ धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत ईडी ने जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों की अगर मानें तो ईडी को आशंका है कि नीट पेपर लीक घोटाले में संलिप्त अभियुक्तों ने गलत तरीके से अवैध संपत्ति बनाई है। ईडी ने इस संबंध में दिल्ली में ईसीआईआर (इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट) दर्ज किया है। धनशोधन निवारण अधिनियम के तहत ईडी ने आरोपियों को नोटिस भी जारी किया है। सूत्रों के अनुसार मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिलने पर पेपर लीक के आरोपियों की संपत्ति जब्त हो सकती है।
इस बीच सिकंदर यादवेन्दु के पास से बरामद मोबाइल से सीबीआई को नीट पेपर लीक मामले में कई राज मिले हैं। सिकंदर अपने मोबाइल से बैंक खाते का ऑनलाइन संचालित करता था। बैंक खाते की जांच की गई तो पता चला कि बैंक में 3 लाख 89 हजार 449 रुपये जमा हैं। इस रकम को भी जब्त कर लिया गया है। दूसरी ओर नीट पेपर लीक के तार अब तमिलनाडु से जुड़ गए हैं।
सीबीआई ने इस मामले में एक और सॉल्वर चेन्नई मेडिकल कॉलेज से गिरफ्तार किया है। आरोपी अमित कुमार चेन्नई मेडिकल कॉलेज का छात्र है। उधर, संजीव मुखिया की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। उसके नेपाल भागने की आशंका जताई जा रही है।
उधर, बिहार सरकार ने उसे उद्यान महाविद्यालय, नालंदा के तकनीकी सहायक पद से निलंबित कर दिया है। बताया गया था कि संजीव दो महीने से बगैर सूचना महाविद्यालय नहीं आ रहा था। इसे गंभीरता से लेते हुए बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर के निदेशक प्रशासन ने कार्रवाई की है।