बिहार: आईएमए ने एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह के निलंबन पर खड़े किये सवाल, दी आंदोलन की चेतावनी
By एस पी सिन्हा | Published: October 15, 2022 06:59 PM2022-10-15T18:59:10+5:302022-10-15T19:07:38+5:30
स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव द्वारा नालंदा मेडिकल कॉलेज से अधीक्षक डॉ विनोद कुमार को निलंबित किये जाने पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की बिहार शाखा ने कड़ा प्रतिरोध दर्ज कराया है।
पटना: बिहार की राजधानी पटना में स्थित एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह के निलंबन के खिलाफ आईएमए ने मोर्चा खोल दिया है। दरअसल, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को नालंदा मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक को औचक निरीक्षण के बाद निलंबित कर दिया था।
अब इस मामले में डॉक्टरों की संस्था इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की बिहार इकाई ने तगड़ा विरोध दर्ज कराया है। बिहार आईएमए ने बगैर स्पष्टीकरण के डॉ विनोद कुमार सिंह के निलंबन पर सख्त एतराज जताया है। अधीक्षक के निलंबन पर राष्ट्रीय आईएमए और बिहार आईएमए ने सवाल खड़े किए हैं।
आईएमए ने शनिवार को आपात बैठक का आयोजन किया। बैठक में डॉक्टरों ने साफ तौर पर कहा कि अगर सरकार निलंबन पर रोक नहीं लगाती है तो सख्त कदम भी उठाया जा सकता है।
आईएमए ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर चेतावनी दी है कि अगर डॉ विनोद कुमार का निलंबन वापस नहीं हुआ तो सरकार को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे। शनिवार को आईएमए बिहार के अध्यक्ष डॉ डीएस सिंह व अन्य डॉक्टरों ने आईएमए भवन में प्रेस वार्ता की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से डॉ विनोद सिंह को न्याय दिलाने की मांग की।
डॉक्टरों ने कहा कि चिकित्सकों को प्रताड़ित किए जाने पर गंभीर परिणाम होंगे। डॉ सिंह ने मेडिकल कॉलेज में कोरोना काल से बेहतर कार्य किया है। वहीं, आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सहजानंद प्रसाद सिंह ने बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने अपने फैसले को रद्द नहीं किया तो निलंबन के खिलाफ मेडिकल एसोसिएशन कानूनी सहारा लेगा।
वहीं, अपने निलंबन के फैसले पर एनएमसीएच के पूर्व अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह ने कहा कि उन पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए हटाया जाना अन्याय है। उन्होंने कहा कि उन्हें अधीक्षक पद की कोई लालसा नहीं है लेकिन अब जिस तरह से उन्हें हटाया गया है वह गलत, अनुचित और पूर्णतः असंवैधानिक है।
मालूम हो कि पटना में लगातार डेंगू के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में अगर डॉक्टर हड़ताल पर जाते हैं तो पटना सहित पूरे बिहार के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकता है। डॉक्टरों की चेतावनी पर राज्य सरकार परेशानी में फंस गयी है। हालांकि हड़ताल को लेकर अभी कोई घोषणा नहीं की गयी है।