कोर्ट परिसर में खून की उल्टियां कर रहा था पेशकार, प्रोटोकॉल तोड़कर जिला जज ने पहुंचाया अस्पताल
By एस पी सिन्हा | Published: June 27, 2018 08:29 PM2018-06-27T20:29:19+5:302018-06-27T20:38:50+5:30
गोपालगंज कोर्ट के अधिवक्ताओं के मुताबिक इस तरह का यह पहला मामला है जब जिला जज ने अपने मातहत किसी कर्मी की इस तरह मदद करवा कर उसकी जान बचाई।
पटना, 27 जूनः बिहार में एक जज ने कानूनी अधिकारों की काम निबटाने के साथ हीं मानवता की अनोखी मिसाल पेश की। मामला गोपालगंज से जुडा है जहां के जिला जज ने कोर्ट परिसर में बीमार पडे अपने एक कर्मचारी का मौके पर पहुचंकर न सिर्फ हाल जाना बल्कि समय रहते उसे अपनी सरकारी गाडी से सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला जज की इस तत्परता से खून की उल्टी कर रहे बीमार पेशकार की हालत अब खतरे से बाहर है।
दरअसल बुधवार को जिला जज शैलेन्द्र कुमार रोज की तरह अपने चैम्बर में बैठकर न्यायिक कार्य कर रहे थे. इसी दौरान उन्हें सूचना मिली कि एसीजीएम 13 की कोर्ट में तैनात पेशकार पवन कुमार अचानक बेहोश होकर जमीन पर गिर गए हैं और उन्हें खून की उल्टियां हो रही हैं। पेशकार की गंभीर हालत होने के बाद भी कोई अधिवक्ता या अन्य कोर्ट कर्मी उन्हें अस्पताल में ले जाने की जहमत नहीं उठा रहा था।
इसकी सूचना मिलते ही जिला जज ने प्रोटोकॉल तोडकर न सिर्फ बीमार पडे पेशकार को देखने के लिए मौके पर पहुंचे बल्कि उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए पेशकार पवन कुमार को अपनी गाडी से सदर अस्पताल पहुंचाया। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ कैप्टन एसके झा ने बताया कि जिला जज एक बीमार कर्मी को खुद लेकर आए थे। मरीज को खून की उल्टी हो रही थी। जिला जज यहां मरीज के पास काफी देर तक बैठे रहे।
जब मरीज की हालत बेहतर होने लगी तब वे वापस कोर्ट लौटे। वहीं गोपालगंज कोर्ट के अधिवक्ताओं के मुताबिक इस तरह का यह पहला मामला है जब जिला जज ने अपने मातहत किसी कर्मी की इस तरह मदद करवा कर उसकी जान बचाई।
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