बिहार चुनाव: राजग को पूर्ण बहुमत, राजद बनी सबसे बड़ी पार्टी

By भाषा | Published: November 11, 2020 10:43 AM2020-11-11T10:43:05+5:302020-11-11T10:43:05+5:30

Bihar elections: NDA has full majority, RJD becomes largest party | बिहार चुनाव: राजग को पूर्ण बहुमत, राजद बनी सबसे बड़ी पार्टी

बिहार चुनाव: राजग को पूर्ण बहुमत, राजद बनी सबसे बड़ी पार्टी

पटना, 11 नवंबर बिहार विधानसभा चुनाव में बेहद रोमांचक मुकाबले में विपक्ष की कड़ी चुनौती का मुकाबला करते हुए नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने 243 सीटों में से 125 सीटों पर जीत का परचम लहरा कर बहुमत का जादुई आंकड़ा हासिल कर लिया जबकि महागठबंधन के खाते में 110 सीटें आईं ।

बिहार चुनाव में हालांकि कई बड़े उलटफेर देखने को भी मिले। एक ओर जहां सरकार के मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, सुरेश शर्मा, शैलेश कुमार, फिरोज अहमद, ब्रजकिशोर बिंद और जयकुमार सिंह को हार का सामना करना पड़ा, वहीं राजद के अब्दुलबारी सिद्दिकी, भाजपा से लोजपा में गए राजेंद्र सिंह और वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी सहित कई दिग्गज भी चुनाव हार गए।

चुनाव में भले ही राजग ने बहुमत हासिल किया है, लेकिन इस चुनाव में विपक्षी ‘महागठबंधन’ का नेतृत्व कर रहा राष्ट्रीय जनता दल (राजद) 75 सीटें अपने नाम करके सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है। करीब 16 घंटे चली मतों की गिनती के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 74 सीटों के साथ दूसरे सबसे बड़े दल के रूप में सामने आई है।

दूसरी तरफ जदयू और कांग्रेस को चुनाव में नुकसान उठाना पड़ा है । जदयू को 2015 के चुनाव में जीती 71 सीटों के मुकाबले इस बार 43 सीटें ही मिलीं। कांग्रेस को वर्ष 2015 में 27 सीटें मिली थी जबकि इस बार उसे 19 सीटों से ही संतोष करना पड़ा । साल 2015 में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राजद के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था ।

चुनाव में ‘हम’ प्रमुख जीतन राम मांझी 16,034 वोटों के अंतर से इमामगंज सीट से जीते। वहीं राजद नेता तेजप्रताप यादव 21,139 वोटों के अंतर से हसनपुर सीट से चुनाव जीते। महागठबंधन से मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी तेजस्वी यादव ने 37 हजार वोटों से ज्यादा अंतर से जीत दर्ज की। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने सरायरंजन से अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी को 4,000 मतों के अंतर से पराजित किया। राजद के अब्दुलबारी सिद्दीकी केवटी सीट से भाजपा के मुरारी मोहन झा से 5,267 वोटों के अंतर से हारे। वहीं लालू प्रसाद के करीबी माने जाने वाले भोला यादव को हायाघाट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के राम चंद्र प्रसाद ने 10,252 वोटों के अंतर से हराया।

राष्ट्रमंडल खेल में स्वर्ण पदक विजेता एवं भाजपा उम्मीदवार श्रेयसी सिंह ने राजद के विजय प्रकाश को 41 हजार मतों से पराजित किया जबकि कांग्रेस उम्मीदवार और शरद यादव की बेटी सुभाषिनी यादव को मधेपुरा के बिहारीगंज सीट से हार का सामना करना पड़ा ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, भाजपा प्रमुख जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह जैसे नेता पहले ही कुमार को मुख्यमंत्री पद का अपना उम्मीदवार घोषित कर चुके हैं और यह स्पष्ट कर चुके हैं कि नीतीश ही राजग गठबंधन के मुख्यमंत्री बनेंगे । ऐसे में नीतीश कुमार की पार्टी का प्रदर्शन भले ही गिरा है, राजग के बहुमत का आंकड़ा हासिल करने के बाद अब नीतीश कुमार का मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने का मार्ग एक बार फिर प्रशस्त हो गया है ।

चुनाव में चिराग पासवान की लोजपा के कारण जदयू को काफी नुकसान झेलना पड़ा है। लोजपा को हालांकि एक सीट पर जीत मिली, लेकिन उसने कम से कम 30 सीटों पर जदयू को नुकसान पहुंचाया।

जद(यू) के प्रवक्ता के सी त्यागी ने नयी दिल्ली में ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में आरोप लगाया कि एक ‘‘साजिश’’ के तहत नीतीश कुमार के खिलाफ ‘‘अपमानजनक अभियान’’ चलाया गया। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, इसमें ‘‘अपने भी शामिल थे और बेगाने भी।’’

उन्होंने हालांकि उम्मीद जताई कि नीतीश कुमार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि नीतीश कुमार ही राजग सरकार का नेतृत्व करेंगे।

भाजपा की 74 और जदयू की 43 सीटों के अलावा सत्तारूढ़ गठबंधन साझीदारों में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को चार और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) को चार सीटें मिलीं। वहीं, विपक्षी महागठबंधन में राजद को 75, कांग्रेस को 19, भाकपा माले को 12 और भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटों पर जीत मिली।

इस चुनाव में वामदलों और असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन(एआईएमआईएम) को सबसे अधिक फायदा हुआ है । महागठबंधन को मुस्लिम वोट बंटने का भी नुकसान हुआ। मुस्लिम वोट एआईएमआईएम, बसपा और आरएसएलपी समेत पार्टियों के बीच बंटने का लाभ राजग को मिला। ओवैसी की पार्टी को चुनाव में पांच सीटें मिली है लेकिन सीमांचल क्षेत्र में उसने मुस्लिम मतदाताओं के बीच अच्छी खासी सेंध लगायी है जिसका नुकसान राजद को उठाना पड़ा है । एआईएमआईएम की सहयोगी बसपा ने भी एक सीट पर जीत हासिल की।

राजग से अलग होकर अकेले चुनाव मैदान में उतरी चिराग पसवान की लोक जनशक्ति पार्टी एक सीट पर ही जीत हासिल कर सकी है। उसने 135 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किये थे लेकिन सिर्फ बेगूसराय के मटिहानी से राजकुमार सिंह चुनाव जीतने में सफल रहे । तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पिछले साल लोकसभा चुनाव में राजद खाता भी नहीं खोल पायी थी लेकिन विधानसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में राजद, सत्तारूढ़ राजग को कड़ी टक्कर देते हुए सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है ।

मुख्य रूप से दो गठबंधनों के बीच हुए इस मुकाबले में वाम दलों ने भी अच्छा प्रदर्शन किया। भाकपा माले को 12 और उसके बाद भाकपा एवं माकपा को दो-दो सीटें मिली। निवर्तमान विधानसभा में भाकपा माले की तीन सीटों के अलावा सदन में वाम दलों की कोई मौजूदगी नहीं थी।

चुनाव नतीजों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता नित्यानंद राय ने कहा कि वह बिहार की जनता के आभारी है कि लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ का साथ दिया और बिहार सरकार के सुशासन पर भरोसा किया ।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि जनता ने पिछले छह साल में मोदी सरकार के जनकल्याण के कार्यों और राज्य सरकार के सुशासन पर मुहर लगाई है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Web Title: Bihar elections: NDA has full majority, RJD becomes largest party

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे