Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्च (HAM) ने रामविलास पासवान के निधन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर इस बारे में जांच तक की मांग की गई है। चिट्ठी में लिखा गया है कई ऐसी शंकाएं हैं जो चिराग पासवान को सवावों के घेरे में ला देते हैं।
वहीं, दूसरी ओर चिराग पासवान ने भी 'हम' की बातों पर जवाब दिया है। चिराग पासवान ने कहा है कि जिनको पापा की मौत पर कोई भी शक है तो वे सीधे पीएम मोदी से सवाल क्यों नहीं पूछते। वह तो रोज फोन करके पापा का हाल जानते थे। चिराग ने साथ ही कहा, 'ऐसी बातें करने वालों को शर्म आनी चाहिए। मैंने मांझी जी को फोन पर अपने पापा की गंभीर हालत के बारे में बताया था। फिर भी वे कभी मेरे बीमार पिता से मिलने नहीं आए।'
चिराग ने आगे कहा, 'मांझी जी जिस तरह से बात कर रहे हैं, उन्होंने तब चिंता क्यों नहीं जताई जब मेरे पिता अस्पताल में भर्ती थे। एक मरे हुए आदमी पर सब राजनीति कर रहे हैं। जब वे जिंदा थे, तब उन्हें कोई देखने क्यों नहीं आया।'
HAM ने अपनी चिट्ठी में क्या लिखा है
'हम' की ओर से पीएम मोदी को लिखी चिट्टी में कहा गया है, 'रामविलास पासवान हम लोगों को छोड़ कर चले गए। आज भी हम जैसे प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान ना केवल मुस्कुराते दिखाई दिए, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की बात करते रहे, जिससे रामविलास पासवान के प्रशंसकों के बीच कई तरह के सवाल उठने लगे हैं।'
HAM प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान के नाम से लिखी गई इस चिट्ठी में साथ ही कहा गया है कि देश जानना चाहता है कि आखिर चिराग पासवान रामविलास पासवान से जुड़े कौन से राज को छुपा रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि किसी केंद्रीय मंत्री के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान आखिर किसके कहने पर अस्पताल प्रशासन ने रामविलास पासवान का मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया और सिर्फ तीन लोगों को ही मिलने की इजाजत दी गई थी।