बिहार में कोविड लहर, अस्पतालों में बेड, दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर पड़ने लगे कम, हालत गंभीर
By एस पी सिन्हा | Published: April 16, 2021 05:28 PM2021-04-16T17:28:10+5:302021-04-16T17:29:02+5:30
बिहार में 24 घंटे में कोविड-19 से 24 और मरीजों की मौत हुई है। राज्य में पिछले साल शुरू हुई महामारी से 1,675 लोगों की जान जा चुकी है।
पटनाः कोरोना महामारी से बिहार में हालात खराब है। कोरोना संक्रमण काफी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है।
बेकाबू कोरोना ने पटना में हाहाकार के हालात पैदा कर दिए हैं। राजधानी पटना में आज सुबह से अभी तक कोरोना के 9 मरीजों की मौत हो गई हैं। इस तरह से राजधानी पटना की हालत तो और भी गंभीर बनी हुई है। पीएमसीएच में 5 मरीजों की मौत हुई है तो वहीं एनएमसीएच में 4 मरीजों की मौत हुई। माना जा रहा है कि आज शाम तक यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
24 लोगों की मौत
बता दें कि गुरुवार को बिहार में सबसे ज्यादा नए केस सामने आए थे, जबकि 24 लोगों की मौत कोरोना से हो गई थी। राज्य में संक्रमण की स्थिति ऐसी काफी खतरनाक होती जा रही है कि अस्पतालों में बेड, दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर कम पड़ने लगे हैं। कई निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर की किल्लत की खबरों के बीच राज्य सरकार और पटना के जिला प्रशासन ने कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
नाइट कर्फ्यू और आंशिक लॉकडाउन जैसे उपाय शामिल
सरकारी अस्पतालों में बेड बढ़ाने पर भी काम हो रहा है। गुरुवार को राज्य में छह हजार से अधिक नए संक्रमित मिले थे। अकेले पटना जिले में दो हजार से अधिक संक्रमित पाए गए थे, इस बीच स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सरकार तमाम विकल्पों पर विचार कर रही है, इसमें नाइट कर्फ्यू और आंशिक लॉकडाउन जैसे उपाय शामिल हैं।
शनिवार को राज्यपाल फागू चौहान की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक में स्थिति से निपटने के लिए रणनीति बनाई जाएगी। कोरोना के बढते मामलों को लेकर लोगों में डर बढ़ रहा है और जांच केंद्रों पर अब भीड को संभालना मुश्किल होता जा रहा है। पटना के पीएमसीएच में आरटी-पीसीआर जांच कराने के लिए आज भीड उमड़ पड़ी, लोग यहां धक्कामुक्की करते नजर आए।
बिहारशरीफ के डीएम योगेंद्र सिंह की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव
दूसरी तरफ खबर है कि भोजपुर जिले के बिहिया स्थित नवोदय विद्यालय में कम से कम 10 छात्र कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। वहीं, राज्य के एक और आईएएस बिहारशरीफ के डीएम योगेंद्र सिंह की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। उन्होंने गुरुवार को आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल दिया था। आज उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसके बाद उनके आवास और कार्यालय को सेनेटाइज करवाया गया है।
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी और दरियापुर के एक शिक्षक की मौत
साथ ही मिलने वालों से कोरोना जांच कराने की अपील की है. इससे पहले बिहार में छपरा और गया में एक अधिकारी समेत 4 लोगों की मौत कोरोना से हुई है। जानकारी के अनुसार छपरा के जलालपुर के प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी और दरियापुर के एक शिक्षक की मौत कोरोना वायरस से हो गई। डीसीओ की छह महीने पहले ही शादी हुई थी।
सरकारी अस्पताल का दरवाजा लगभग बंद
इसबीच बिहार में करोना संक्रमण के बढ़ते मामले पर पटना हाईकोर्ट ने चिंता जताते हुए स्वास्थ्य विभाग को पूरी जानकारी देने का आदेश देते हुए जमकर खिंचाई की है। कोर्ट ने जांच रिपोर्ट में देरी, इलाज नहीं मिलने आदि पर चिंता जताई है। कोर्ट का कहना था कि आमजन के लिए सरकारी अस्पताल का दरवाजा लगभग बंद सा है, आमजन को भर्ती करने से मना कर दिया जा रहा है।
कहीं बेड नहीं होने तो कहीं ऑक्सीजन नहीं होने की जानकारी दी जा रही है, यह गलत है, कोर्ट ने कहा कि अस्पताल आये लोगों को भर्ती करने तथा उन्हें बेहतर इलाज देने की व्यवस्था की जानी चाहिए. सुविधा नहीं है तो उसे बढाने तथा संसाधन उपलब्ध कराने की कार्रवाई करें। जरूरत के हिसाब से संसाधन मुहैया कराएं, कोर्ट ने मामले पर अगली सुनवाई कल 17 अप्रैल की तारीख निर्धारित की है।
प्राइवेट जांच घर में रिपोर्ट समय पर दी जा रही
कोर्ट ने कहा कि प्रदेश में जिस प्रकार से करोना संक्रमण फैल रहा है वह चिंताजनक है। इसके अलावा हाईकोर्ट की ओर से विभाग को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सरकारी जांच घर में आरटीपीसीर जांच रिपोर्ट आने में कई दिन लग जा रहे हैं, जबकि प्राइवेट जांच घर में रिपोर्ट समय पर दी जा रही है, इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग को जानकारी देने को कहा गया है।
पत्र में यह भी कहा गया है कि गत 5 अप्रैल से अब तक हाईकोर्ट में 85 लोगों की रिपोर्ट पोजेटिव आई है। इन सभी बातों को लेकर हाईकोर्ट ने एक केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। मामले पर न्यायमूर्ति चक्रधारी शरण सिंह तथा न्यायमूर्ति मोहित कुमार शाह की खंडपीठ ने वर्चुअल सुनवाई की, यहां बता दें कि बिहार में गुरुवार को पिछले सारे रिकार्ड टूट गए. एक दिन में सर्वाधिक 6133 नए मामले सामने आये।
एक दिन में सर्वाधिक 27 मौतें भी हुईं। राज्य में अब कुल सक्रिय केस बढ़कर 29078 हो गए हैं। संक्रमण दर 6 के ऊपर पहुंच गई। रिकवरी दर भी घट गई है। सक्रिय केस 29 हजार पार पहुंच गया है। कोरोना संक्रमण से बचाव के उपायों को लेकर बरती जा रही लापरवाही का नतीजा है कि राज्य में संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है।