बिहार: महागठबंधन की सत्ता में भागीदार कांग्रेस को अब नहीं रहा अपनी ही सरकार पर भरोसा
By एस पी सिन्हा | Published: July 28, 2023 03:12 PM2023-07-28T15:12:12+5:302023-07-28T15:16:19+5:30
बिहार में महागठबंधन सरकार की सहयोगी और सत्ता की भागीदार बनी कांग्रेस पार्टी कटिहार में घटित पुलिस फायरिंग की घटना पर अपनी ही सरकार की सफाई से कांग्रेस संतुष्ट नही है।
पटना: बिहार में महागठबंधन सरकार की सहयोगी और सत्ता की भागीदार बनी कांग्रेस को अब अपनी ही सरकार पर भरोसा नहीं हो पा रहा है। शायद यही कारण है कि कटिहार में घटित पुलिस फायरिंग की घटना पर सरकार की सफाई से कांग्रेस संतुष्ट नही है।
कांग्रेस ने यह निर्णय लिया है कि बिजली की मांग कर रहे लोगों पर गोली चलाए जाने की घटना को लेकर एक प्रतिनिधिमंडल कटिहार भेजा जाएगा। नीतीश सरकार से इस मामले में विपक्षी दलों के साथ ही अब महागठबंधन में साझीदार कांग्रेस भी सवाल उठा रही है।
कांग्रेस की ओर से यह सवाल उठाया जा रहा है कि आखिर पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली ही क्यों चलाई? पुलिस ने बलप्रयोग के लिए कोई अन्य विकल्प क्यों नहीं तलाशा? कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के विधायकों का प्रतिनिधिमंडल बारसोई कांड के पीड़ित परिजनों से मिलने जा रहा है। हम यह भी जांच करेंगे कि घटना कहां और किस स्थिति में हुई?
उन्होंने कहा कि हम सरकार का हिस्सा हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए यह जांचना भी महत्वपूर्ण है कि क्या जिला प्रशासन या उप-मंडल प्रशासन ऐसी गलती करता है? बारसोई का दौरा करने वाले तीन सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल के सदस्य वहां पीड़ितों से मिलेंगे और पूरे मामले की जांच करेंगे। बता दें कि कटिहार के बारसोई में बिजली की मांग को लेकर भीड़ के उग्र होने पर पुलिस ने गोलियां चला दी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई।
वहीं पुलिस की ओर कहा गया कि उग्र भीड़ काफी हिंसक हो गई थी। इसलिए पुलिस ने आत्मरक्षार्थ अंतिम विकल्प ले रूप में गोलियां चलाई। इस दौरान कई पुलिस वाले भी घायल हो गए, जिनका उपचार चल रहा है। वहीं मामले की जांच को लेकर कटिहार डीएम और एसपी खुद मोनिटरिंग कर रहे हैं।
बता दें कि एक दिन पहले ही कटिहार गोलीकांड पर जदयू नेता और नीतीश सरकार में मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा था कि भीड़ अगर हिंसक हो जाएगी तो पुलिस उस पर गोली चलाएगी ही। उनके इस बयान की जमकर निंदा भी हुई।