पटना, 28 मार्च: रामनवमी के दिन से ही बिहार में हिंसा की आग भड़क रही है। 25 मार्च से लेकर आज तक बिहार में हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रही है। बिहार के 4 जिलों में हिंसा फैली है। ताजा मामला बिहार के समस्तीपुर और मुंगेर जिले की है। जहां हिंसा का माहौल है। हिंसा भड़कने के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। 17 मार्च को भागलपुर से हिंसा शुरू हुई थी। हिंसा में 10 लोगों के घायल होने की सूचना है।
समस्तीपुर में हिंसा
हिंसा के दौरान समस्तीपुर में भी दो गुट भिड़े थे। जिसके बाद वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। समस्तीपुर में रोसड़ा इलाका में साम्प्रदायिक तनाव की चपेट में है। यहां के गुदरी बाजार में 26 मार्च मां दुर्गा की प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जा रहा था। तभी कुछ असमाजिक तत्वों ने मूर्ति की ओर चप्पल फेंक दी। इसके बाद से ही वहां हिंसा का माहौल है। बचावा करने आई पुलिस पर पथराव किया गया। जिसमें एएसपी संतोष कुमार का सिर फट गया है।
औरंगाबाद में हिंसा
औरंगाबाद में भी रामनवमी की शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान हिंसा हुई थी। हालांकि अब हालात नियंत्रण में है लेकिन हालात की नजाकत को देखते हुए भारी पुलिस बल और तमाम आला अफसर अभी भी यहां डेरा यहां तैनात हैं। सोमवार दोपहर शहर के जामा मस्जिद इलाके से र मनवमी का जुलूस निकल रहा था। जुलूस में शामिल लोग डीजे पर नाच रहे थे। तभी कथित तौर पर इस जुलूस पर पथराव हुआ और फिर हिंसा भड़क गई। इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। इंटरनेट बंद कर दिया गया।
औरंगाबाद के डीजेपी गुप्तेश्वर पांडे का कहना है कि जनता अफवाहों पर ध्यान ना दे। पुलिस अपना काम कर रही है। इस माममे में 125 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
मुंगेर में हिंसा
मुंगेर में भी रामनवमी के दिन दो गुटों के बीच हुई झड़प के बाद हिंसा का माहौल है। हालांकि प्रशासन का दावा है कि माहौल अब शांत हो चुका है और स्थिति कंट्रोल में है। यहां स्कूलों को बंद करा दिया गया। पुलिस ने बुधवार की सुबह फ्लैग मार्च निकालकर लोगों से शांति और सद्भावना बहाल करने की अपील की।
भागलपुर में हिंसा
बिहार के भागलपुर में एक रैली के दौरान दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसी मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी किया गया था। गौरतलब है कि अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में वारंट जारी हुआ है वह 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। अरिजीत को आरोपी बनाते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था।
क्या कहते हैं नेता
- आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी का कहना है कि नीतीश सरकार प्रशासन पर कंट्रोल नहीं कर पा रही है। नीतीश एक स्वार्थी नेता हैं। वह कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
- तेजस्वी यादव ने कहा है कि नीतीश सरकार बहुत लचर-पचर सरकार चला रही है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित चौबे एक केस में फरार है। नीतीश सरकार ने उनके खिलाफ भागलपुर में दंगा फैलाने का वारंट जारी किया है पर वह तो राम नवमी के अवसर पर तलवार थामे बीजेपी विधायकों के साथ जुलूस निकाल रहा है। तेजस्वी ने यह तक कहा कि एक घंटे का वक्त दें नीतीश कुमार, घसीटकर कर अश्विनी चौबे के बेटे को लाऊंगा।