पटनाः बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने जनादेश का सम्मान किया। लोगों ने एनडीए को जनादेश दिया है और वह सरकार बनाएंगे। जनता ने जो फैसला दिया है वह स्वीकार्य है। मुख्यमंत्री की कुर्सी के सवाल पर नीतीश ने चौंकाने वाला बयान दिया है।
कौन मुख्यमंत्री बनेगा सवाल पूछे जाने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं कहां कोई दावा कर रहा हूं? निर्णय NDA द्वारा लिया जाएगा। अभी यह तय नहीं हुआ है कि शपथ समारोह कब होगा, चाहे दिवाली के बाद हो या छठ के बाद। हम इस चुनाव के परिणामों का विश्लेषण कर रहे हैं।
सभी चार दलों के सदस्य कल मिलेंगे। मैंने कोई दावा नहीं किया है, निर्णय एनडीए द्वारा लिया जाएगा। लोजपा द्वारा कई सीटों पर जदयू को नुकसान पहुंचाए जाने की पृष्ठभूमि में नीतीश कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को तय करना है कि लोक जनशक्ति पार्टी अब राजग का हिस्सा रहेगी या नहीं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में राजग को बहुमत प्राप्त हुआ है और राजग की बैठक होगी तथा औपचारिक तौर पर गठबंधन के नेता का ऐलान होगा। पटना स्थित जद (यू) के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बैठक (राजग की) होगी तो उसमें (तय) हो ही जाएगा । उन्होंने कहा कि हमने तो काम किया है।
बता दें कि 243 सीटों वाली बिहार विधानसभा में एनडीए को 125 सीटें मिली हैं, बीजेपी को 74 सीटें और जेडीयू को 43 सीटें मिलीं। वहीं, आरजेडी के हिस्से 75 सीटें आई हैं और वह बिहार की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस पार्टी को 19 सीटें और वामपंथी दलों को 16 सीटें मिली हैं, महागठबंधन को कुल110 सीटें मिली हैं।
हमसे पूछिएगा तो हमारा कोई दावा नहीं है
राजग का जो निर्णय होगा, वही मान्य होगा। हमसे पूछिएगा तो हमारा कोई दावा नहीं है। राजग की बैठक होगी और उसमें औपचारिक तौर पर निर्णय होगा। उन्होंने राजग की बैठक के बारे में बताया कि यह एक—दो दिन के बाद ही हो पाएगा। शपथ ग्रहण को लेकर पूछे गए एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अभी यह तय नहीं हुआ है।
मंत्रियों की संख्या के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों में इसकी सीमा पहले से ही निर्धारित है। अब कितने मंत्री पहले दौर में और उसके बाद बनते हैं, यह तो बाद की चीज है । जद (यू) को इस चुनाव में कम सीट आने के बारे में सफाई देते हुए नीतीश ने कहा, ''हमलोगों ने समाज के सभी वर्गों के लिए काम किया और उसके बाद भी कोई भ्रम पैदा करता है और लोग भ्रमित होते हैं तो यह उनका अधिकार है।’’
कई सीटों पर भाजपा के साथ जद (यू) को भी नुकसान पहुंचाया गया
नीतीश ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान का नाम लिए बिना कहा कि हमलोगों ने पूरे राजग के लिए अभियान चलाया लेकिन कई सीटों पर भाजपा के साथ जद (यू) को भी नुकसान पहुंचाया गया। लोजपा को केंद्र में राजग से निकाले जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम राजग के साथ हैं और राजग कोई फैसला लेता है तो उसके साथ चलेंगे और मिलकर काम करेंगे ।
उल्लेखनीय है कि बिहार में पहली बार भाजपा जदयू से अधिक सीटें जीतने में सफल रही है। भाजपा को जहां 74 सीटें मिली वहीं जदयू 43 सीटों पर सिमट कर रह गई। नीतीश कुमार अगले सप्ताह चौथे कार्यकाल के लिए बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, लेकिन शपथ ग्रहण की तिथि को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। राजनीतिक हलकों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह सोमवार को शपथ लेंगे। उसी दिन 'भैया दूज' त्योहार मनाया जाएगा, जिसे शुभ दिन माना जाता है।
नीतीश के एक करीब सहयोगी ने कहा कि वे अगले सप्ताह चौथे कार्यकाल के लिए बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं, लेकिन तिथि को अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया गया है। नीतीश, नवनिर्वाचित विधायकों और अपनी पार्टी जद (यू) के अन्य पदाधिकारियों से मिलने आज पटना स्थित पार्टी के राज्य मुख्यालय पहुंचे। राजभवन के सूत्रों ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, इसके बारे में उन्हें कोई संवाद नहीं मिला है। नीतीश कुमार को दोबारा शपथ ग्रहण लेने से पहले उन्हें राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपना होगा।
राजग के नवनिर्वाचित विधायकों की औपचारिक बैठक अभी नहीं हुई है और राजग ने उन्हें अपना नेता औपचारिक रूप से घोषित नहीं किया है। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं ने नीतीश को मुख्यमंत्री के रूप में समर्थन दिया है। इस बीच, मुख्य निर्वाचन अधिकारी एच आर श्रीनिवास ने बृहस्पतिवार को राजभवन जाकर विधानसभा चुनाव में विजयी उम्मीदवारों की सूची राज्यपाल को सौंपी।