पटना, 11 मार्च: बिहार की अररिया लोकसभा और भभुआ व जहानाबाद विधानसभा सीटों पर रविवार को वोटिंग जारी है। मतदाताओं की कतारें लंबी हो रहीं हैं। मतदान सुबर 7 बजे से शाम 5 बजे तक है। चुनाव के दौरान बिहार के कुछ बूथों पर ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की खबरें आ रही है। जहानाबाद और भभुआ के कुछ पोलिंग बूथों पर वोटरों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। यहां ईवीएम मशीन के साथ-साथ पर्ची और वोटर लिस्ट में सही से मिलान नहीं हो पा रहा था। इसके बाद कुछ बूथों पर 2 घंटे के लिए मतदान रोकी गई। इस पर राष्ट्रीय जनता दल के नेता और पूर्व सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार पर चुनाव जीतने के लिए सादिश का आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव ने एक बाद एक कई ट्वीट किए। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि नीतीश सरकार चुनाव जीतने के लिए काफी गंदा खेल खेल रही है। लेकिन उनकी यही साजिश किसी काम की नहीं होगी। हम काफी बड़े अंतर से यह चुनाव जीतने वाले हैं। उन्होंने सोच समझकर अपने अधिकारी पोलिंग बूथ पर बिठाए हैं ताकि वह लोगों को प्रभाव में ले सके। वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने व्यंग करते हुए कहा, 'डीएम साहब, आपका मोबाइल फोन खराब हो गया है, इससे आप ईवीएम की गड़बड़ी को नहीं छुपा सकते हैं। ऐसा कौन डीएम कहता है कि, मैं EVM एक्सपर्ट नहीं हूं। हम तो बस दुआ कर सकते हैं कि प्रशासन किसी 'कबड्डी वाले' को EVM ठीक करने के लिए बुलाएगी। आप खुद ही देख लीजिए चुनाव कैसे कराए जा रहे हैं।' बता दें कि भभुआ उपचुनाव और जहानाबाद में 30 से ज्यादा ईवीएम मशीन खराब होने की सूचना आई है। इसपर डीएम कैमूर राजेश्वर प्रसाद ने सफाई देते हुए कहा कि मेरा मोबाइल खराब हो गया था। ये ईवीएम एक्सपर्ट की कमी है। हालांकि कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि 137 ईवीएम मशीन खराब हुई थी। जिसको डीएम ने पूरी तरह से गलत बताया है। ईवीएम में गड़बड़ी के बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने यह भी कहा है कि जहां दो घंटे से अधिक वोटिंग में देरी हुई है, वहां कर मतदान कल कराने का फैसला लिया जा सकता है।उप चुनाव सफलता पूर्वक हो इसलिए अररिया में 2143 तथा जहानाबाद में 357 और भभुआ में 326 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। बिहार की राजनीति पर खासकर के लालू प्रसाद यादव के जेल जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता के तौर पर उभरे तेजस्वी यादव के लिए ये बेहद अहम चुनाव हो गए हैं। दूसरी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का विरोध और आरजेडी के साथ मैदान में उतरकर चुनाव जीतने वाली जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के यूटर्न को भी साबित करना है। विधानसभा चुनाव में एक दूसरे की प्रतिद्वंदी रही बीजेपी और जेडीयू इस बार एक साथ हैं।