लाइव न्यूज़ :

Bihar By-Election 2022: कुढ़नी में भाजपा ने दर्ज की जीत, महागठंबधन की हुई हार, असदुद्दीन ओवैसी को बड़ा झटका, कुढ़नी में NOTA से भी कम वोट मिले AIMIM कैंडिडेट को

By आशीष कुमार पाण्डेय | Updated: December 8, 2022 15:45 IST

बिहार के कुढ़नी उपचुनाव में भाजपा के केदार गुप्ता को 76722 वोट मिले, वहीं जदयू के मनोज सिंह को 73073 वोटों से संतोष करना पड़ा। भाजपा ने यह सीट 3645 वोटों के अंतर से जीता है। 

Open in App
ठळक मुद्देबिहार के कुढ़नी में सत्ताधारी महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ाभाजपा के केदार गुप्ता को 76722 वोट मिले, जबकि जदयू के मनोज सिंह को 73073 वोट मिले एआईएमआईएम प्रत्याशी मुर्तजा को 3206 वोट मिले हैं, जबकि नोटा को 4448 वोट मिले

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर के कुढ़नी विधानसभा के लिए हो रहे उपचुनाव में फाइनल नतीजे सामने आ गये हैं। 23 राउंड की गिनती के बाद नतीजे भाजपा के पक्ष में गये और सत्ताधारी महागठबंधन को हार का सामना करना पड़ा है। जदयू प्रत्याशी मनोज सिंह भाजपा प्रत्याशी केदार प्रसाद गुप्ता से हार गये हैं। जानकारी के मुताबिक केदार गुप्ता को 76722 वोट मिले, वहीं जदयू के मनोज सिंह को 73073 वोटों से संतोष करना पड़ा। भाजपा ने यह सीट 3649 वोटों के अंतर से जीता है। 

घोषित हुए चुनाव परिणाम के बीच एक दिलचस्प जानकारी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) को लेकर सामने आ रही है। चुनाव आयोग की आधिकारी वेबसाइट के मुताबित कुढ़नी में एआईएमआईएम के प्रत्याशी मोहम्मद गुलाम मुर्तजा को नोटा से भी कम वोट मिले हैं।

जानकारी के मुताबिक एआईएमआईएम प्रत्याशी मुर्तजा को 3206 वोट मिले हैं, जबकि नोटा को 4448 वोट मिले हैं। इससे साफ जाहिर है कि कुढ़नी में अवैसी की पार्टी का फ्लॉप शो रहा है। वहीं मुकेश साहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी की बात करें तो उसके कैंडिडेट निलाभ कुमार को कुल 10000 वोट मिले। 

वोट शेयर की बात करें तो यहां पर भाजपा को 42.38 फीसदी, जदयू को 40.37 फीसदी, विकासशील इंसान पार्टी को 5.52 फीसदी और एआईएमआईएम को 1.77 फीसदी और नोटा को 2.46 फीसदी वोट मिला है।

कुढ़नी उपचुनाव में मिली हार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद प्रमुख लालू यादव के लिए किसी बड़े धक्के से कम नहीं है। यहां पर विपक्षी भाजपा की जीत का स्पष्ट मतलब यह है कि सुशासन के नाम पर बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार 'सुशासन फैक्टर' फीका पड़ता जा रहा है।

टॅग्स :उपचुनावमहागठबंधनBJPएआईएमआईएमAIMIM
Open in App

संबंधित खबरें

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतकौन थे स्वराज कौशल? दिवंगत भाजपा नेता सुषमा स्वराज के पति का 73 साल की उम्र में हुआ निधन

भारतझारखंड में संभावित सियासी उलटफेर की खबरों पर कोई भी नेता खुलकर बोलने को नहीं है तैयार, सियासी गलियारे में अटकलों का बाजार है गरम

भारतबिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पार्टी के अंदर एक बार फिर शुरू हो गया है 'एकला चलो' की रणनीति पर गंभीर मंथन

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत