बिहार भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े ने रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को मनाया, विधान परिषद में भी दी जाएगी एक सीट
By एस पी सिन्हा | Published: March 19, 2024 08:46 PM2024-03-19T20:46:43+5:302024-03-19T20:50:12+5:30
Bihar News: कुशवाहा से मुलाकात कर यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा बिहार में सीट बंटवारे के फार्मूले को पूरा करने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
पटना: बिहार एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी की खबरों के बीच बिहार भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े मंगलवार को खुद उपेंद्र कुशवाहा के दिल्ली स्थित आवास पर पहुंचे और उनसे मुलाकात की। करीब आधे घंटे तक दोनों नेताओं के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई। कुशवाहा से मुलाकात कर यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा बिहार में सीट बंटवारे के फार्मूले को पूरा करने को लेकर पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि बिहार में रालोमो को लोकसभा की एक सीट चुनाव लड़ने के लिए दी गई है और आने वाले दिनों में बिहार विधान परिषद की भी एक सीट जो अब खाली होने वाली है, उनकी पार्टी को दी जाएगी। उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात के बाद विनोद तावड़े वहां से रवाना हो गए। जब मीडिया ने उनसे पूछा कि क्या उपेंद्र कुशवाहा मान गए? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वे खुद बताएंगे। इस खास मुलाकात के करीब आधा घंटा बाद कुशवाहा ने एक्स पर पोस्ट लिखा और मुलाकात की तस्वीरें शेयर की।
कुशवाहा ने लिखा कि आज मेरे दिल्ली आवास पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री और बिहार प्रभारी विनोद तावड़े से मुलाकात हुई। हमने बिहार की सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में एनडीए की जीत सुनिश्चित करने की रणनीति पर चर्चा की”। वहीं, विनोद तावड़े ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि यह पहले से ही तय था कि एक लोकसभा सीट के साथ-साथ एक विधान परिषद की सीट, जो अब खाली होने वाली है, रालोमो को आवंटित की जाएगी। आज मैं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा से मिला और इस प्रतिबद्धता पर कायम रहने का आश्वासन दिया।
बता दें कि बिहार में एनडीए के घटक दलों के बीच हुए सीट बंटवारे के फॉर्मूले के तहत विनोद तावड़े ने एक दिन पहले सोमवार को यह घोषणा की थी कि बिहार में भाजपा 17, जनता दल यूनाइटेड 16, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 5 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और रालोमो राज्य में लोकसभा की एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। दूसरी तरफ एक भी सीट नहीं मिलने से नाराज पशुपति पारस केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है।