पटना: भारतीय जनता पार्टी ने गया स्थित विष्णुपद मंदिर में बिहार सरकार के मंत्री इसराइल मंसूरी के प्रवेश को मुद्दा बनाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। इसके साथ ही भाजपा ने यह भी कहा है कि अगर सीएम नीतीश कुमार ऐसा नहीं करते हैं तो पार्टी उन्हें माफी मांगने पर मजबूर करने के लिए विधानसभा से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगी।
बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर संजय जायसवाल ने कहा कि मुस्लिम मंत्री को गया के विष्णुपद मंदिर में ले जाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार के हिंदुओं को अपमानित करने का काम किया है। उन्हें क्या लगता है वो इसी तरह से हिंदुओं को अपमानित करते रहेंगे और भाजपा चुपचाप बैठी रहेगी। आखिर समझ में नहीं आता कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को क्या आनंद मिलता है हिंदुओं को अपमानित करने में।
इसके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल करते हुए पूछा कि क्या आप कभी मक्का भी जाएंगे या फिर आपको केवल हिंदुओं को ही अपमानित करने में आनंद आता है। उन्होंने कहा कि हर धर्म स्थल के अपने कुछ नियम होते हैं। जैसे मक्का में गैर मुस्लिमों का प्रवेश वर्जित है ठीक वैसे ही गया में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है और यह परंपरा कोई आज की नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है।
डॉक्टर जायसवाल ने कहा कि आखिर नीतीश कुमार ने किस मंशा के तहत सदियों से चली आ रही हिंदुओं की परंपरा को तोड़ने का काम किया है और किसने उन्हें हक दिया कि वो इस तरह से हिंदुओं को जलील करने का काम करें। जब हर मंदिर के बाहर ही स्पष्ट निर्देश लिखा रहता है कि गैर धर्म के लोग मंदिर में प्रवेश न करें तो फिर नीतीश कुमार को ऐसा क्या सूझा की वो एक मुस्लिम मंत्री को अपने साथ लेकर मंदिर में गये।
उन्होंने कहा कि ऐसा भी नहीं है कि नीतीश कुमार कोई पहली बार गया गये हों कि उन्हें यह सब मालूम नहीं था। वो पहले भी कई बार गया के मंदिर में आ चुके हैं। लेकिन इस बार उन्होंने जानबूझकर हिंदुओं को अपमानित करने लिए मुस्लिम मंत्री इसराइल मंसूरी को अपने साथ मंदिर में प्रवेश कराया।
डॉक्टर जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हिंदू धर्म का अपमान किया है और इसके लिए मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। अगर उन्होंने माफी नहीं मांगी तो भाजपा इस मुद्दे व्यापक विरोध करेगी। भाजपा विधानसभा और विधान परिषद में भी यह मुद्दा उठाएगी।
बिहार भाजपा प्रमुख ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कभी भी भगवान के नाम पर मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं लेते। वे सत्य निष्ठ के नाम पर शपथ लेते हैं और उससे उलट जाते हैं। अगर मुख्यमंत्री ही जब नियम नहीं मानते तो आम जनता क्या करेगी? मस्जिद हो या मंदिर उसकी पवित्रता का ध्यान सबको रखना चाहिए।