बिहार में सत्तारूढ़ भाजपा और जदयू में तल्खी, उपेंद्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना
By एस पी सिन्हा | Updated: September 1, 2021 19:49 IST2021-09-01T19:48:18+5:302021-09-01T19:49:36+5:30
भाजपा पर हमलावर हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि भाजपा के अंदर हर मुद्दे पर अलग-अलग बयान होता है.

जातीय जनगणना देश के लिए बेहद जरूरी है और इसे हर हाल में इस बार लागू किया जाना चाहिए.
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ जदयू और भाजपा के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है. इसी कड़ी में जद्यू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है.
भाजपा पर हमलावर हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा है कि भाजपा के अंदर हर मुद्दे पर अलग-अलग बयान होता है. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं द्वारा हर मसले पर अलग-अलग बयान दिए जाते हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर भी नेताओं द्वारा तरह-तरह के बयान दिए जा रहे हैं. फिलहाल अभी सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण मुद्दा जातीय जनगणना का है, जिसको लेकर भाजपा का स्टैंड क्लियर होना चाहिए. जातीय जनगणना देश के लिए बेहद जरूरी है और इसे हर हाल में इस बार लागू किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर भाजपा के अंदर ही विवाद चल रहा है. भाजपा में बड़ी तादाद में ऐसे लोग हैं जो जातीय जनगणना का समर्थन करते हैं. लेकिन कुछ लोग भाजपा के अंदर से ही जातीय जनगणना पर सवाल खडे करते हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई एससी/एसटी वर्ग का व्यक्ति धर्म परिवर्तन करके मुस्लिम समाज में जाता है तो उसको वहां भी आरक्षण मिलना चाहिए.
उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस नेता राशिद अल्वी के उस बयान को सही भी बताया है, जिसमें राशिद अल्वी ने यह कहा है कि जातिगत जनगणना बेहद जरूरी है क्योंकि जातिगत गणना से मुस्लिम समाज को भी काफी फायदा होगा.
यहां बात दें कि इसके पहले उपेन्द्र कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पीएम मैटेरियल होने को लेकर भी बड़ा बयान दे चुके हैं. इसके लिए उन्होंने एक अभियान भी चलाने का ऐलान किया है. इसके बाद से भाजपा ने भी अपना रुख और कड़ा कर लिया है. इससे दोनों के बीच वाकयुद्ध की नौबत आ जा रही है.