Bihar Assembly: अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे, विधानसभा अध्यक्ष सिन्हा ने सीएम नीतीश को दी चेतावनी, देखें वीडियो
By एस पी सिन्हा | Published: March 14, 2022 03:26 PM2022-03-14T15:26:25+5:302022-03-14T15:33:35+5:30
Bihar Assembly: बिहार विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक संजय सरावगी ने यह प्रश्न उठाया कि लखीसराय में पिछले पचास दिनों में 9 लोगों की हत्या कर दी गई.
पटनाः बिहार विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान आज जो हुआ उसकी कल्पना कभी किसी ने नहीं की होगी. लखीसराय में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा से दुर्व्यवहार के मामले में सदन में जमकर हंगामा हुआ. सदन में बार-बार इस मामले को उठाए जाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा अध्यक्ष पर भड़क गए.
पहले तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा की जमकर खरी-खोटी सुनाई. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चेतावनी दे दिया कि विधायिका पर हमला हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. अपमान होगा तो सदन में हम जवाब मांगेंगे.
दरअसल, विधानसभा के प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक संजय सरावगी ने यह प्रश्न उठाया कि लखीसराय में पिछले पचास दिनों में 9 लोगों की हत्या कर दी गई. उन्होंने कहा कि निर्दोष को पकड़ा जाता है और लखीसराय जिले में दोषी पर अब तक कार्रवाई नहीं हो रही है. इसपर सरकार का जवाब आया. लेकिन इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में गुस्सा हो गये.
वह सदन में पहुंच कर खुद इस मामले में बोलने लगे. उन्होंने बेहद आक्रामक अंदाज में बोलते हुए कहा कि रोज रोज एक ही बात नहीं उठाना चाहिए. भाजपा विधायक ने सदन में सवाल उठाया कि लखीसराय मामले में जानना जरूरी है. उन्होंने कहा कि आप संविधान का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं. इस तरह से सदन नहीं चलेगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विशेषाधिकार समिति जो रिपोर्ट पेश करेगी, हम उसपर विचार करेंगे. उन्होंने कहा कि हम देखेंगे कि कौन सा पक्ष सही है कौन गलत? नीतीश कुमार ने कहा कि आप इंटर फेयर नहीं कर सकते, मेरे कहने पर मंत्री जवाब देते हैं. हम न किसी को बचाते हैं न फंसाते हैं.
नीतीश कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि आप सुन लीजिये, अपने इलाके के किसी बात को लेकर इस तरह सदन नहीं चल सकता. आप कौन होते हैं सदन को स्थगित करने के लिए? उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसरूप काम होगा. आप इस तरह से सदन चलायेंगे? हम ऐसा नहीं चलने देंगे. इस तरह की चर्चा सदन में नहीं की जाती.
सदन में ऐसा आज तक नहीं हुआ है. अगर इस के बारे में कोई भ्रम है तो आज ही बैठक बुलाएंगे. मुख्यमंत्री इतने गुस्से में थे कि जब वह बोल रहे थे तो सदन में सन्नाटा छा गया. इसके बाद सदन में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मसला है. तीन दिनों तक सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
लेकिन सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हम विधायिका का अपमान नहीं होने देंगे. उन्होंने भी कहा कि हमको तो आप सब मिल कर बैठाएं है. आप लोगों ने ही मुझे विधानसभा अध्यक्ष बनाया है. उन्होंने कहा कि इतने बडे़ आसन पर बैठा कर मेरे क्षेत्र का सवाल तक नहीं हम उठा सकते.
अगर आप बीच-बीच में बोलियेगा तो हम कभी आप की बात नहीं सुनेंगे. सदन में जिन लोगों को जो उचित लगे वह सवाल उठाएं. किसी को अकारण उठाने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि जहां तक संविधान की बात है तो मुख्यमंत्री हमसे ज्यादा जानते हैं.
मैं आपसे सीखता हूं. मैं जब भी क्षेत्र में जाता हूं तो लोग सवाल पूछते हैं कि थाना प्रभारी और डीएसपी की बात नहीं कह पा रहे हैं. आसन को हतोत्साहित करने की बात ना हो. सरकार गंभीरता से इस पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? पुलिस के द्वारा लखीसराय की घटना पर खानापूर्ति की जा रही है. दोनों तरफ से काफी नोकझोक हुई.