सहरसाः बिहार के सहरसा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य ने पिछले 15 साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व में असुरक्षा और अराजकता के अंधेरे को पीछे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी ने कहा कि ‘जंगल राज’ के समर्थक नहीं चाहते आप, ‘भारत माता की जय’ या ‘जय श्री राम’ बोलें। नीतीश कुमार के शासन में अब सड़कें और बाजार देर रात भी लोगों से भरे होते हैं। आज सहरसा की इस भूमि से मैं देशभर के लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि धनतेरस आने वाला है, दिवाली आने वाली है, फिर छठी मैया की पूजा भी है। जितना संभव हो पाए लोकल चीजें ही खरीदीए। जब आप लोकल चीजें और दीए खरीदेंगे तो दिवाली आपके घर में ही नहीं बल्कि उस गरीब के घर में भी दिवाली होगी।
भारत माता के विरोधी अब एकजुट होकर बिहार के लोगों से वोट मांग रहे हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बिहार में जंगलराज लाने वालों के साथियों को भारत माता से दिक्कत है। कभी एक टोली कहती है कि भारत माता की जय के नारे मत लगाओ, कभी दूसरी टोली को भारत माता की जय से सिरदर्द होने लगता है। ये भारत माता के विरोधी अब एकजुट होकर बिहार के लोगों से वोट मांग रहे हैं।
एनडीए सरकार हमारे किसानों के उत्पादों को कितना संरक्षण दे रही है, इसका बहुत बड़ा उदाहरण है हमारा जूट से जुड़ा सेक्टर। आज जब देश सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्ति की तरफ तेज़ी से अपने कदम बढ़ा रहा है तो इसका सीधा लाभ हमारे जूट किसानों को हो रहा है, जूट उद्योग को हो रहा है।
करीब पौने 2 करोड़ तो हमारी महिला उद्यमी हैं
मुद्रा योजना के तहत बिहार में करीब ढाई करोड़ ऋण बिना गारंटी के आवंटित किए जा चुके हैं। इसमे भी करीब पौने 2 करोड़ तो हमारी महिला उद्यमी हैं। 50 लाख से अधिक साथी ऐसे हैं जिन्होंने पहली बार इस योजना के तहत ऋण लिया है। बाकी अपने व्यवसाय को बढ़ा रहे हैं, उनका विस्तार कर रहे हैं।
आज पूरी दुनिया ये देखकर हैरान है कि भारत कैसे अमेरिका और यूरोप की कुल आबादी से भी ज़्यादा लोगों के लिए राशन का इंतजाम कर रहा है।कोई गरीब भूखा न सोए, ये कोरोना काल में सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है।बीते 8 महीने से ये काम पूरी निष्ठा से चल रहा है।
जंगलराज ने बिहार के सामर्थ्य के साथ जो विश्वासघात किया, उसे बिहार का हर नागरिक अच्छे से जानता है। जुबान पर बार-बार गरीब का नाम वालों ने गरीब को ही चुनाव से दूर कर दिया था। बिहार के गरीब को अपनी मर्जी की सरकार बनाने का अधिकार ही नहीं था।