बिहार चुनावः तेजस्वी यादव को चुना गया विधायक दल का नेता, कहा-नतीजे और फैसले में अंतर, निकालूंगा धन्यवाद यात्रा

By एस पी सिन्हा | Published: November 12, 2020 09:52 PM2020-11-12T21:52:02+5:302020-11-12T21:53:31+5:30

महागठबंधन की बैठक में 110 विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के साथ-साथ महागठबंधन का नेता भी चुना लिया और तेजस्वी के नाम पर मुहर लगा दी. चुनाव में एनडीए की जीत पर तेजस्वी ने कहा कि नतीजे और फैसले में अंतर है.

Bihar assembly elections 2020 rjd Tejashwi Yadav elected leader legislative party difference decision | बिहार चुनावः तेजस्वी यादव को चुना गया विधायक दल का नेता, कहा-नतीजे और फैसले में अंतर, निकालूंगा धन्यवाद यात्रा

आक्रोश इस बात का है कि चुनाव के परिणाम को धन बल छल से बदला गया.

Highlightsचुनाव नतीजों के बाद आज तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के दलों के साथ बैठक की है. हम हारे नहीं हराए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में भाजपा ने चुनाव को हाईजैक कर लिया.तेजस्वी ने कहा कि देश का युवा, मजदूर, किसान, जीविका दीदी, नियोजित शिक्षकों या अन्य वर्ग हों, सभी में आक्रोश है.

पटनाः बिहार में सरकार बनाए जाने को लेकर कवायद आज सुबह से ही शुरू हो गई. सुबह 10 बजे ही राजद के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक शुरू हुई. जिसमें आगे की रणनीति बनाई गई.

महागठबंधन की बैठक में 110 विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के साथ-साथ महागठबंधन का नेता भी चुना लिया और तेजस्वी के नाम पर मुहर लगा दी. चुनाव में एनडीए की जीत पर तेजस्वी ने कहा कि नतीजे और फैसले में अंतर है. नतीजा उनके पक्ष में है और फैसला हमारे पक्ष में है. चुनाव नतीजों के बाद आज तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के दलों के साथ बैठक की है. इस बैठक में राजद के साथ कांग्रेस और वामदल के विधायक मौजूद रहे. 

बैठक के बाद अपने संबोधन में तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं पूरी विनम्रता से हाथ जोड़कर बिहार की जनता को धन्यवाद देता हूं. जनता का फैसला हमारे साथ है. चुनाव आयोग ने नतीजा एनडीए के पक्ष में सुनाया है. उन्होंने कहा कि 2015 में भी फैसला हमारे ही पक्ष में आया था, लेकिन भाजपा तब चोर दरवाजे से सरकार में आई थी.

तेजस्वी यादव चुनाव परिणाम आने के बाद पहली बार सामने आए और महागठबंधन के घटक दलों के साथ बैठक की. तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के साथियों से कहा कि निराश होने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि हम हारे नहीं हराए गए हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के चुनाव में भाजपा ने चुनाव को हाई जैक कर लिया.

पूरे चुनाव में हम लोगों ने सही मुद्दा और जनता का मुद्दा उठाया था और पहली बार ऐसा हुआ जब विपक्ष ने एजेंडा सेट किया था. हमने सकारात्मक रूप से हमने मुद्दा बनाया और जनता ने हमारा भरपूर साथ दिया. तेजस्वी ने कहा कि देश का युवा, मजदूर, किसान, जीविका दीदी, नियोजित शिक्षकों या अन्य वर्ग हों, सभी में आक्रोश है.

चुनाव के परिणाम को धन बल छल से बदला गया

उनमें आक्रोश इस बात का है कि चुनाव के परिणाम को धन बल छल से बदला गया. तेजस्वी यादव ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि एक तरफ सबसे अधिक शक्तिशाली प्रधानमंत्री व अन्य नेता तो दूसरी तरफ 31 साल का नौजवान था, फिर भी राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनने से रोक नहीं पाए. जो लोग ये कह रहे हैं कि हमने राजद को कहां से कहां पहुंचा दिया वो खुद तीसरे नंबर पर चले गए हैं. बिहार चुनाव खत्म होने के बाद आज पहली बार मीडिया के सामने आए महागठबंधन के नेता और राजद के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने जदयू-भाजपा पर जबर्दस्त हमला किया.

उन्होंने चुनाव आयोग पर भी निशान साधा. उन्होंने कहा कि छल कपट से सरकार बनाई जा रही है. जनता ने फैसला महागठबंधन के पक्ष में सुनाया लेकिन चुनाव आयोग ने नतीजा एनडीए के पक्ष में सुना दिया. 
उन्होंने कहा कि हम लोग रोने वाले नहीं हैं. हम संघर्ष करने वाले लोग हैं. जनता के बीच जाएंगे. हमने पूरे चुनाव बिहार के मुद्दे को उठाया है. धन बल, छल के बाद भी महागठबंधन को वह वाले रोक नहीं पाए हैं.

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार नैतिकता और सिद्धांत की बात करते हैं

तेजस्वी ने कहा कि नीतीश कुमार नैतिकता और सिद्धांत की बात करते हैं. वह अब जनता के फैसले का सम्मान करें. छल कपट से मिली सीटों के आधार पर सरकार न बनाएं. बिहार ने बदलाव का जनादेश दिया है. नीतीश में नैतिकता है तो कुर्सी छोड़ दें. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री चोर दरवाजे से सत्ता हथियाना चाहते हैं.

तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए लाख कोशिश के बाद भी राजद को सबसे बड़ी पार्टी बनने से रोक नहीं पाई है. उन्होंने चुनाव में मिले वोटों का गणित भी समझाया. कहा कि चुनाव आयोग के अनुसार ही एनडीए और महागठबंधन को डेढ़ करोड़ से ज्यादा वोट मिले है. चुनाव आयोग कहता है कि महागठबंधन को एनडीए से केवल 12270 वोट कम मिले. अगर केवल 12 हजार ही वोट कम मिले तो 15 सीटें कैसे कम हो गईं? तेजस्वी यादव ने पोस्टल बैलेट की गिनती अंत में कराने पर भी सवाल उठाया.

उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट देने वाले ज्यादातर कर्मचारी और शिक्षक लोग होते हैं. जो जागरूक होते हैं. उन्हें पता होता है कि पोस्टल से मतदान कैसे करना है? इसके बाद भी सैकड़ों पोस्टल बैलेट रद्द कर दिये गए. एक-एक विधानसभा क्षेत्रों में 900-900 वोट रद्द किये गए. उन्होंने कहा कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होनी चाहिए फिर भी बाद में कराई गई. चुनाव आयोग का साफ निर्देश है कि पोस्टल बैलेट की गिनती पहले होगी. तेजस्वी ने कहा कि तीन बजे तक प्रक्रिया पूरी कर ली गई और रात 11 बजे रिजल्ट सुनाया गया. सर्टिफिकेट तैयार करने के बाद भी नहीं दिये गए.

भाकपा- माले और कांग्रेस के नेता भी राबड़ी आवास पहुंचे थे

वहीं, इस बैठक में आगे की रणनीति बनाई गई. बैठक में शामिल होने के लिए भाकपा- माले और कांग्रेस के नेता भी राबड़ी आवास पहुंचे थे. यहां बता दें कि इस बार के चुनाव में सीटों की संख्या में राजद बिहार की सबसे बडी पार्टी बन कर सामने आई है. हालांकि, महागठबंधन बहुमत तक नहीं पहुंच पाया है. वहीं भाजपा 74 सीटों के साथ राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी और एनडीए ने बहुमत के आंकडे़ से तीन सीट ज्यादा यानी 125 सीटों पर कब्जा जमाया है. 

वहीं, बहुमत तक न पहुंचने के बाद भी तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि आखिर में सरकार महागठबंधन की ही बनेगी. इसके साथ ही तेजस्वी ने सभी विधायकों से पटना में ही रहने को कहा है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता के फैसले का आभार जताने के लिए महागठबंधन पूरे बिहार में धन्यवाद यात्रा निकालेगा. 

इससे पहले कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की पटना स्थित पार्टी मुख्यालय सदाकत आश्रम में भी बैठक भी हुई. बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी. इस मौके पर पार्टी के वरीय नेताओं ने नवनिर्वाचित विधायकों के साथ मंत्रणा की. बैठक के दौरान नेताओं के चेहरे पर कम सीटों के कारण सरकार नहीं बना पाने का मलाल साफ तौर पर दिख रहा था.

इधर, जोड़-तोड़ की कोशिशों की भी चर्चा है. एक चर्चा ये भी है कि एनडीए में नीतीश कुमार की ताजपोशी की तैयारी चल रही है तो दूसरी तरफ राजद सरकार बनाने के फॉर्मूले पर काम कर रही है. शायद इसी कारण राजद ने आज अपने विधायकों की बैठक बुलाई साथ ही महागठबंधन के विधायकों के साथ भी बैठ की.

बता दें कि बिहार चुनाव के नतीजों को आए दो दिन से ज्यादा का वक्त हो चुका है, मगर अभी तक कोई भी गठबंधन राज्यपाल के पास नहीं पहुंचा है. सूत्रों के अनुसार महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी राजद ने अपने कुछ पूर्व सहयोगियों से संपर्क किया है. चर्चा है कि हम और वीआईपी से संपर्क स्थापित करने की कोशिशें की जा रही हैं.

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