भागलपुरः बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष पर करारा हमला बोला। आज भारत आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिहार आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो यहां की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी। इसलिए नीतीश जी की अगुवाई में NDA को एक-एक वोट पड़ना चाहिए। त्योहारों का सीजन है। इसलिए जो भी खरीदारी आप करेंगे, अधिक से अधिक लोकल खरीदिए। हमारे मिट्टी के हस्तशिल्पियों, दूसरे शिल्पियों के बनाए बर्तन, दीए, खिलौने जरूर खरीदिए। हम मिलकर कोशिश करेंगे तो बिहार भी आत्मनिर्भर होगा, भारत भी आत्मनिर्भर होगा।
बिहार आत्मनिर्भरता के संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। अगर बिहार में विरोध और अवरोध को जरा भी मौका मिला तो बिहार की गति और प्रगति दोनों धीमी पड़ जाएगी। इसलिए, नीतीश जी की अगुवाई में भाजपा, जेडीयू, हम और VIP के गठबंधन यानि NDA को एक-एक वोट पड़ना चाहिए।अब बिहार के गांवों में, छोटे शहरों में कोल्ड स्टोरेज की व्यवस्था का और विस्तार होगा। जो नए कानून बने हैं उससे यहां के आम, मक्का, लीची, केले की पैदावार करने वाले किसानों को बहुत मदद मिलने वाली है। नए प्रावधानों से खेत के पास ही स्टोरेज की सुविधाएं तैयार होंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि NDA के विरोध में आज जो लोग खड़े हैं, वो देशहित के हर फैसले का विरोध कर रहे हैं। जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाने का फैसला हो, ये लोग विरोध में हैं। तीन तलाक के विरुद्ध कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं को नए अधिकार देना हो, ये लोग विरोध में हैं।
भागलपुर में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की जांबाज सेना आतंकियों पर कोई कार्रवाई करे, सदहद पर तिरंगे की शान बढ़ाए, ये लोग विरोध में हैं। सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनाने को कहे, ये लोग विरोध में हैं। राष्ट्रहित में कोई भी, कुछ भी फैसला ले, ये लोग विरोध में हैं।
बिहार के लोग ये ठान चुके हैं कि एनडीए को फिर जिताना जरूरी है ज़रूरी इसलिए ताकि बिहार प्रगति के जिस पथ पर चल रहा है, उसकी गति और तेज़ हो।ज़रूरी इसलिए है, ताकि देश को सशक्त करने के लिए जो फैसले लिए गए हैं, वो बिहार में भी तेज़ी से लागू हों। बिहार रोज़गार और उद्यमिता का हकदार है। ये कौन सुनिश्चित कर सकता है? वो जो सरकारी नौकरी देने को रिश्वत कमाने का जरिया मानते हैं या वो जो लोग बिहार की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को बेहतर बनाने और स्किल मैपिंग का काम कर रहे हैं।
इनके पास आज तक इसका जवाब नहीं है कि जब इनकी सरकार थी तब MSP पर फैसला क्यों नहीं लिया? क्यों इन लोगों के समय में किसानों से इतना कम अनाज खरीदा जाता था? क्यों इन लोगों ने किसानों की, बिहार के किसानों की परवाह नहीं की। ये एनडीए की ही सरकार है जिसने किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने की सिफारिश लागू की थी। ये एनडीए की ही सरकार है जिसने सरकारी खरीद केंद्र बनाने और सरकारी खरीद, दोनों पर बहुत ज़ोर दिया है।
अनुच्छेद- 370 समाप्त करने और कृषि संबंधी तीन कानूनें के फैसलों पर देश पीछे नहीं हटेगा : मोदी
बिहार में अपनी पहली चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद 370 और कृषि संबंधी तीन नये कानूनों पर कांग्रेस सहित विपक्ष के रुख की कड़ी आलोचना की और कहा कि देश अपने फैसलों से पीछे नहीं हटेगा।
मोदी ने आरोप लगाया कि विरोधी दल जब किसानों के लिए कुछ कर नहीं पाए तो अब किसानों से लगातार झूठ बोलने में जुट गए हैं और आज कल ये लोग न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी)को लेकर अफवाहें फैला रहे हैं जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने ही एमएसपी बढ़ाने की कार्रवाई की है। प्रधानमंत्री ने रोहतास, गया भागलपुर में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ देश जहां संकट का समाधान करते हुए आगे बढ़ रहा है, ये लोग देश के हर संकल्प के सामने रोड़ा बनकर खड़े हैं।’’
उन्होंने कहा कि देश ने किसानों को बिचौलियों और दलालों से मुक्ति दिलाने का फैसला लिया तो ये बिचौलियों और दलालों के पक्ष में खुलकर मैदान में हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य तो बहाना है, असल में दलालों और बिचौलियों को बचाना है।’’ मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले जब किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे देने का काम शुरू हुआ था, तब इन्होंने कैसा भ्रम फैलाया था। कांग्रेस पर परोक्ष प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि जब राफेल विमानों को खरीदा गया, तब भी ये बिचौलियों और दलालों की भाषा बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि यह राजग की ही सरकार है जिसने किसानों को लागत का डेढ़ गुना एमएसपी देने की सिफारिश लागू की और सरकारी खरीद केंद्र बनाने और सरकारी खरीद, दोनों पर बहुत जोर दिया। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जब ये लोग सरकार में थे, उसकी तुलना में बिहार में ही धान की सरकारी खरीद चार गुना और गेहूं की सरकार खरीद पांच गुना बढ़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘ इनके पास आज तक इसका जवाब नहीं है कि जब इनकी सरकार थी तब एमएसपी पर फैसला क्यों नहीं लिया?
उन्होंने कहा, ‘‘ जब-जब, बिचौलियों और दलालों पर चोट की जाती है, तब-तब ये तिलमिला जाते हैं, बौखला जाते हैं। आज हालत ये हो गई है कि ये लोग भारत को कमजोर करने की साजिश रच रहे लोगों का साथ देने से भी नहीं हिचकिचाते।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने का इंतजार देश बरसों से कर रहा था या नहीं? ये फैसला हमने लिया, राजग की सरकार ने लिया।’’
उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों ने मन बना लिया है, ठान लिया है कि जिनका इतिहास बिहार को बीमारू बनाने का है, उन्हें आसपास भी फटकने नहीं देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि जितने सर्वेक्षण हो रहे हैं, जितनी रिपोर्ट आ रही हैं, सभी में यही आ रहा है कि बिहार में फिर एक बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। बिहार विधानसभा चुनाव तीन चरणों में, 28 अक्टूबर (71 सीटों), 3 नवंबर (94 सीटों) और 7 नवंबर (78 सीटों) को होगा। मतगणना 10 नवंबर को होगी।