बिहार विधानसभा चुनाव 2020: चिराग पासवान ने कहा अकेले लड़ेंगे चुनाव, तो भाजपा ने तैयार कर लिया ये मास्टरप्लान
By गुणातीत ओझा | Published: October 5, 2020 03:00 PM2020-10-05T15:00:52+5:302020-10-05T15:00:52+5:30
बिहार चुनाव में चिराग पासवान के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद भाजपा ने अपनी तैयारी को नई दिशा दे दी है।
नई दिल्ली / पटना: बिहार चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है सियासी हलचल बढ़ती जा रही है। चिराग पासवान के अकेले चुनाव लड़ने के फैसले के बाद भाजपा अपने बिहार के उम्मीदवारों पर नए सिरे से विचार कर रही है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा जातिगत समीकरणों को देखते हुए रणनीति और उम्मीदवारों की पसंद को ध्यान में रखते हुए योजना बना रही है। बिहार के चुनाव प्रभारी देवेंद्र फड़नवीस और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सहित भाजपा के शीर्ष नेता दिल्ली में पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा के घर पर बैठक कर रहे हैं।
कल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य शीर्ष नेताओं ने बिहार सीटों और उम्मीदवारों पर चर्चा की। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के नेता चिराग पासवान ने कल घोषणा की कि वह एनडीए गठबंधन के हिस्से के रूप में चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ समस्या थी, लेकिन भाजपा के साथ उनकी कोई कड़वाहट नहीं हैं। बता दें कि चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री हैं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और भाजपा बिहार चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनाएगी। उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के विपरीत उम्मीदवारों को खड़ा करेंगे, लेकिन भाजपा द्वारा लड़ी जा रही सीटों पर वे अपनी पार्टी से उम्मीदवार नहीं उतारेंगे।
कई लोगों का मानना है कि दिल्ली में भाजपा नेतृत्व के साथ दो बैठकों के बाद चिराग पासवान का यह कदम सहयोगी नीतीश कुमार को रोककर रखने के लिए है। इस घटनाक्रम के 12 घंटे बाद भी भाजपा के किसी भी नेता ने नीतीश कुमार पर ना निशाना साधा है और ना ही कोई प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वहीं, चुनावों के लिए भाजपा ने एनडीए गठबंधन के नेता के रूप में नीतीश कुमार को मजबूती से समर्थन दिया है।
बताते चलें कि इससे पहले खबर आई थी कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भाजपा सैद्धांतिक रूप से सीट बंटवारे के समझौते पर पहुंच गए हैं। सूत्रों के मुताबिक बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दोनों पार्टियों में सीटों को लेकर समझौता हो चुका है। दोनों दलों के बीच सीटों की बराबरी की हिस्सेदारी होगी। कुछ ही दिनों में सीट विभाजन की घोषणा हो सकती है। जेडीयू को 243 में से 122 सीटें मिलेंगी, जबकि भाजपा को 121 सीटें मिलेंगी। सूत्रों ने कहा कि नीतीश कुमार की पार्टी जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को अपने कोटे से समायोजित करेगी, वहीं गठबंधन में रहने पर भाजपा अपने हिस्से से रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को सीटें देगी।
बिहार में नई सरकार के लिए 28 अक्टूबर, 3 और 7 अक्टूबर को मतदान होगा और परिणाम 10 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। कोरोनो वायरस संकट के चलते देश का बड़ा चुनाव माने जाने वाला बिहार चुनाव कई बदलावों के साथ होगा। इस चुनाव में मतदान के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा। साथ ही चुनाव अभियान के दौरान शारीरिक संपर्क की मनाही होगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। कुल 243 निर्वाचन क्षेत्रों में 71 सीटों पर 28 अक्टूबर को पहले चरण का मतदान होगा।