पटनाः केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने चुनावी रैली को संबोधित किया। उन्होंने कांग्रेस और राजद सहित विपक्ष पर हमला किया। एनडीए को जीताइये और विकास में साथ दीजिए।
बिहार का नागरिक जब लक्ष्मी के सामने शीश झुकाता है तो पाता है कि लक्ष्मी जब घर आती है तो कांग्रेस का हाथ पकड़कर नहीं आती, लालटेन संग नहीं लाती, अरे! लक्ष्मी आती है तो कमल पर बैठकर आती है। बिहार का स्वाभिमानी नागरिक कभी भगवान से ये नहीं कहता है कि भगवान मुझे ऐसा मौका दे कि मैं भी चारे घोटाले में पैसा कमा लूं। वो जब लक्ष्मी का आशीर्वाद मांगता है तो सिर्फ इतना कहता है कि मां बस बाजुओं में इतना दम दे कि अपने परिवार का भरण-पोषण इज्जत से कर सकूं।
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी ने कांग्रेस और राजद पर तंज करते हुए शनिवार को कहा कि लक्ष्मी हाथ पकड़कर या लालटेन के संग नहीं आतीं बल्कि कमल पर सवार होकर आती हैं, इसलिये लोग भाजपा के पक्ष में मतदान करें। बिहार में चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, ''जब मनुष्य भगवान की आराधना करता है, मां भगवती से आशीर्वाद मांगता है तो बिहार का स्वाभिमानी नागरिक कहता है कि मां, बाजुओं में इतना बल दे कि मैं दो हाथों से दो जून की इज्जत की रोटी कमा सकूं। ’’
भगवान मुझे भी मौका दे कि मैं चारा घोटाले में पैसा कमा सकूं
राजद पर चुटकी लेते हुए भाजपा नेता ने कहा ‘‘ बिहार का स्वाभिमानी नागरिक कभी भगवान से यह नहीं कहता है कि भगवान मुझे भी मौका दे कि मैं चारा घोटाले में पैसा कमा सकूं।’’ स्मृति ने कहा ‘‘बिहार का नागरिक जब मां लक्ष्मी से आशीर्वाद मांगता है तो कहता है कि मां, बस मेरे बाजुओं में इतना दम दे कि भरण-पोषण अपने परिवार का इज्जत से कर सकूं।’’
भाजपा उम्मीदवार को जिताने की अपील करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘जब लोग लक्ष्मी के सामने शीश झुकाते हैं तो पाते हैं कि जब लक्ष्मी घर आती हैं तो कांग्रेस का हाथ पकड़कर नहीं आतीं। लक्ष्मी जब घर आती हैं तो लालटेन संग नहीं लातीं, बल्कि लक्ष्मी आती हैं तो कमल पर बैठकर आती हैं। इसलिए लक्ष्मी को घर लाना है तो कमल का बटन दबाना है।''
गौरतलब है कि हाथ का निशान कांग्रेस का चुनाव चिन्ह है जबकि लालटेन राजद का और कमल भाजपा का चुनाव निशान है । स्मृति ने कहा कि बिहार को नया और विकसित देखना है तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को जिताएं। उन्होंने अपने संबोधन के दौरान विपक्षी राजद पर निशाना साधा और राजग सरकार की उपलब्धियां गिनायीं ।
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कांग्रेस एक डूबता जाहज, किसानों का अपने फायदे के लिए कर रही है इस्तेमाल: स्मृति ईरानी
केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्षी दल कांग्रेस को एक डूबता हुआ जहाज करार देते हुए उन पर किसानों और उनके मुद्दों का इस्तेमाल अपने फायदे के लिए करने का आरोप लगाया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अप्रत्यक्ष रूप से वार करते हुए उन्होंने कहा कि कोई नहीं बता सकता कि वह कब छुट्टियों पर चलें जाए।
ईरानी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘ कांग्रेस को यह फैसला करने की जरूरत है कि उनका नेता कौन है। वह एक शख्स है या एक परिवार? राजनीति में, अगर आप एक परिवार के मोह में अंधे हैं तो गरीबों और मध्यमवर्ग के नागरिकों का दुख नहीं समझ सकते। क्योंकि कांग्रेस एक डूबता जहाज है, इसलिए मुझे आश्चर्य है कि वह मोरबी के लोगों की मदद कैसे कर पाएगी?’’
उन्होंने कहा कि आज जब कोरोना वायरस फैला है, कांग्रेस का एक नेता लोगों के बीच नहीं है। वहीं दूसरी ओर, भाजपा कार्यकर्ता हर पल लोगों के साथ रह रहे हैं। कपड़ा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री ने गांधी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष संसद में भी मौजूद नहीं थे, वह छुट्टियों पर गए थे। वह तब वहां नहीं थे जब लोगों को उनकी जरूरत थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ कोई नहीं बता सकता,जिन्हें पार्टी की कमान सौंपने की योजना बनाई जा रही है, वह कब छुट्टियों पर चले जाएं। उन्हें पता है उनकी पार्टी डूब रही है, तब भी वह छुट्टियों पर चले जाते हैं। ऐसी पार्टी पर अपना वोट बर्बाद ना करें। भाजपा का समर्थन करें , जिसने हमेशा आपकी सेवा की है।’’
बिहार चुनाव में कोरोना वायरस के मुफ्त टीके संबंधी वादे को लेकर मलिक ने भाजपा पर साधा निशाना
महाराष्ट्र के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने चुनाव वाले राज्य बिहार में लोगों को कोरोना वायरस का टीका मुफ्त दिये जाने के वादे को लेकर शनिवार को भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि एक राष्ट्रव्यापी महामारी के दौरान ऐसी घोषणा अन्य नागरिकों के साथ अन्याय है।
राज्य के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मलिक ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘‘महाराष्ट्र में, हमारी सरकार मुफ्त में टीका प्रदान करेगी।’’ मलिक ने कहा कि कोरोना वायरस से कई लोगों की जान चली गई और इससे निपटने के लिए लगाये गये लॉकडाउन के कारण कई लोगों की नौकरियां भी चली गई और यदि केन्द्र ‘‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 31 दिसम्बर को वायरस के बारे में चेताये जाने के बाद सीमाओं को तुरंत सील कर देता’’ तो यह सब नहीं होता। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के कामकाज को ऑनलाइन किया जाएगा और इसके लिए अगले छह महीने में एक निविदा प्रक्रिया को पूरा किया जायेगा।