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बिहार में चुनाव से पहले पोस्टर वार, JDU का लालू परिवार पर हमला, लिखा- 'एक ऐसा परिवार, जो बिहार पर भार'

By एस पी सिन्हा | Updated: September 19, 2020 15:53 IST

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा अगले कुछ दिनों में कभी भी हो सकती है. इससे पहले पक्ष-विपक्ष में बयानबाजी और पोस्टर वार भी शुरू हो गया है. इसी क्रम में जेडीयू ने लालू यादव पर हमला बोला है.

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ठळक मुद्देबिहार की सड़कों पर विधानसभा चुनाव से पहले पोस्टर वार, लालू परिवार पर जेडीयू का हमलालालू के परिवार के साथ लगे पोस्टर पर लिखा गया है, 'एक ऐसा परिवार, जो बिहार पर भार'पोस्टर पर आरडेजी का जवाब- नीतीश सरकार भ्रष्टाचार, अपराध और गंदगी में नंबर वन

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना अभी तक जारी नहीं हुई है, लेकिन चुनावी गहमागहमी के बीच अब सियासी दलों ने एक दूसरे पर हमला करना तेज कर दिया है. बयानों के साथ साथ अब पोस्टर वार के सिलसिले ने भी रफ्तार पकड़ ली है. चुनावी अखाडे में उतरने से पहले राजनीतिक पार्टियां अब आमने-सामने हैं. 

जदयू ने पोस्टर के जरिये राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ-साथ परिवार पर हमला बोला है. पोस्टर पर लालू परिवार की तस्वीर के साथ एक स्लोगन भी दिया गया है- 'एक ऐसा परिवार, जो बिहार पर भार'. इस पोस्टर में लालू यादव को सलाखों के पीछे दिखाया गया है. 

लालू को बताया गया 'सजायाफ्ता कैदी नंबर 3351'

इस पोस्टर पर लिखा है, 'सजायाफ्ता कैदी नंबर 3351.' पोस्टर में तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी और मीसा भारती की तस्वीर भी है. लालू यादव के बडे बेटे तेजप्रताप को विधायक और तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष बताया गया है. जबकि राबडी देवी को विधानपार्षद और मीसा भारती को राज्यसभा सदस्य बताया गया है. 

ऐसा माना जा रहा है कि गर्म होते सियासी माहौल में अभी कई तरह के पोस्टर का सड़कों पर लगना अभी बाकी है. कांग्रेस पार्टी भी लगातार पोस्टर के जरिये सत्ता पक्ष पर निशाना साध रही है. हालांकि पोस्टर किस पार्टी की ओर से लगाया गया है इसका जिक्र इस पोस्टर में नहीं है. 

बता दें कि इससे पहले भी जदयू और राजद के बीच पोस्टर जारी कर एक-दूसरे पर हमले किये जा चुके हैं. अब एक बार फिर राजधानी पटना में पोस्टरों जारी कर हमला किया गया है. राजधानी पटना में व्यस्तम चौराहे पर बडे पोस्टर को लगाया गया है, जिससे दूर से ही लोगों की नजर पड रही है. 

मालूम हो कि एक दिन पहले ही राजद नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए पर कटाक्ष करते हुए केंद्र सरकार को किसान, मजदूर और गरीब विरोधी बताया था. साथ ही कहा था कि किसान विरोधी कानून को जबर्दस्ती थोपा जा रहा है. उन्होंने कहा था कि बेरोजगार, युवा और किसान मिलकर निकम्मी सरकार को उखाड फेकेंगे. 

वहीं,पोस्टर को लेकर बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री नीरज कुमार का कहना है कि पोस्टर में जो भी दिखाया गया है, वह बिल्कुल सच है. ये परिवार बिहार ही नहीं पड़ोसी राज्य झारखंड पर भी भार है.

पोस्ट पर बिहार की सियासत हुई गर्म

पटना की सडकों पर लालू परिवार के खिलाफ पोस्टर लगाए जाने के बाद अब बिहार की सियासत गर्मा गई है. राजद ने इस पूरे मामले में सत्तापक्ष पर पलटवार किया है. राजद की ओर से कहा गया- 'वे चाहे कितना भी करें पोस्टर वार, लेकिन बिहार की जनता करती है लालू परिवार से प्यार, चुनाव के मैदान में उन्हें सब पता चल जाएगा.' 

राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अभी वक्त हैं अच्छे से पोस्ट लगाइए चेहरा चमकाइए मैदान में तो जनता आपका मुंह काला कर ही देगी. उन्होनें कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ही 420 सरकार है. जनादेश का अपमान कर उन्होनें भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली और आज दूसरों पर कर रहे हैं. जिन लोगों ने जनता के साथ विश्वासघात किया है, वे किस मुंह से लालू परिवार पर वार कर रहे है. 

उन्होनें कहा कि लालू परिवार बिहार की जनता के दिलों में बसता है. बिहार की जनता अब नीतीश कुमार को सबक सिखाने के लिए तैयार है. जनता चाहती है कि अब तेजस्वी यादव की सरकार बने.

नीतीश सरकार भ्रष्टाचार, अपराध और गंदगी में नंबर वन

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश सरकार भ्रष्टाचार, अपराध और गंदगी में नंबर वन बन गई है. बिहार की जनता इनसे त्रस्त हो चुकी है. वहीं भाजपा के 70 प्रेस कॉफ्रेंस पर चुटकी लेते हुए उन्होनें कहा कि आज तक नहीं सुना था, ऐसा प्रेस कॉफ्रेंस के नाम पर जनता की गाढ़ी कमाई का वारा-न्यारा कर रहे ये सब मिलकर. 

उन्होनें कहा कि प्रेस कॉफ्रेंस भी कौन लोग कर रहे हैं जो अपने राज्य में तो पार्टी को जितवा नहीं सके अब बिहार में जिताने का जिम्मा लेकर बैठ गये हैं. राजद प्रवक्ता ने कहा कि देवेन्द्र फड़नवीस जो महाराष्ट्र से हार कर आए हैं. रघुवर दास झारखंड में अपनी सरकार गवां चुके हैं, वहीं संबित पात्रा अपना चुनाव भी नहीं जीत सके, वे सब पीसी कर रहे हैं. ये सब मिलकर लीपापोती कर रहे हैं. 

उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को दूसरे राज्य में जब पीटा जा रहा था, तो ये सब कहां थे, तब क्यों नहीं कोई प्रेस कॉफ्रेंस किया? 

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