बिहार विधानसभा उपचुनावः तारापुर और कुशेश्वरस्थान में राजद-कांग्रेस बेहाल, कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल होंगे, मंत्री नितिन नवीन का दावा
By एस पी सिन्हा | Published: November 3, 2021 04:28 PM2021-11-03T16:28:51+5:302021-11-03T16:30:52+5:30
Bihar Assembly by-elections: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने राहत की सांस ली, जब उसने दोनों विधानसभा सीटों- कुशेश्वर स्थान और तारापुर पर अपना कब्जा बरकरार रखा।
पटनाः बिहार विधानसभा के दो सीटों तारापुर और कुशेश्वरस्थान के लिए हुए उपचुनाव में दोनों सीटों पर हुई जदयू की जीत के बाद एनडीए में खुशी की लहर दौड़ गई. भाजपा और जदयू कार्यालय में जश्न जैसा माहौल है.
इस बीच बिहार के पथ निर्माण मंत्री और भाजपा नेता नितिन नवीन ने कांग्रेस को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि बिहार कांग्रेस में भगदड़ मचने वाली है. नितिन नवीन ने दावा किया है कि प्रदेश में कांग्रेस के कई विधायक भाजपा में शामिल होंगे. उन्होंने राजद में भी टूट के दावे किये हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव के पहले कांग्रेस ने राजद से अलग होने की हिम्मत तो दिखाई लेकिन, अब जब राजद और कांग्रेस दोनों की हार हो गई है तो बिहार कांग्रेस के कुछ नेता फिर से राजद के साथ जाने की कोशिश करेंगे.
नितीन नवीन ने कहा कि अब राजद कांग्रेस को बैकफुट पर लाने की कोशिश करेगी और कांग्रेस का बड़ा तबका विरोध करने वाला है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि जितने भी लोग भाजपा के संपर्क में हैं, वे सभी भाजपा में जल्द ही शामिल हो जायेंगे.उनके इस बयान के बाद कांग्रेस के साथ ही सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.
हालांकि, नितिन नवीन के इस बयान पर राजद विधायक रामबली चंद्रवंशी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कांग्रेस का अपना अंदरूनी मामला है. वे ही संभालेंगे. उधर, कांग्रेस विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि सवाल ही पैदा नहीं होता है कि बिहार कांग्रेस में कोई टूट हो जाए. कांग्रेस अब अपने बल पर कार्य करेगी.
उल्लेखनीय है कि इस उपचुनाव में राजद से अलग होकर मैदान में कूदे कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. दोनों सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार की जमानत जब्त हो गई. वहीं परिणाम सामने आते ही कांग्रेस के अंदर कलह शुरू हो गया है. कांग्रेस के पूर्व विधायक ऋषि मिश्रा ने पार्टी के खराब प्रदर्शन को लेकर प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा का इस्तीफा भी मांग लिया.
जबकि कांग्रेस के कुछ नेताओं की मानें तो नयी टीम के कारण भी कुछ नेता नाखुश हैं. बता दें कि महागठबंधन से अलग होकर कांग्रेस ने उपचुनाव में भाग्य आजमाया था. इस दौरान राजद और कांग्रेस ने दोनों सीटों के लिए अपने-अपने प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन, दोनों पार्टियों को मुंह की खानी पड़ी.
कांग्रेस तो चुनावी दौड में ही नहीं रही. हाल में ही कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को अपनी पार्टी में शामिल किया है. स्टार प्रचारक बनाकर कन्हैया कुमार, जिग्नेश मेवाणी और हार्दिक पटेल को मैदान में उतारा गया था. तीनों नेता बिहार तो पहुंचे लेकिन प्रचार करने केवल कन्हैया कुमार ही मैदान में दिखे. वहीं कांग्रेस के अधिकतर कद्दावर नेता स्टार प्रचारक सूची में नाम होने के बाद भी प्रचार करने नहीं आए.