बिहार के सोन नगर में सोन नदी पर बने पुल पर अब एक साथ गुजर सकेंगी 6 रेलगाड़ियां, ट्रायल हुआ सफल
By एस पी सिन्हा | Published: June 30, 2022 03:06 PM2022-06-30T15:06:02+5:302022-06-30T15:06:02+5:30
बिहार में डेहरी आन सोन के पास सोन नदी पर बने पुल के ऊपर एकसाथ पांच रेलगाड़ियों के परिचालन का सफल ट्रायल किया गया। बिहार में पहली बार रेल ब्रिज पर एक साथ पांच फ्रेट ट्रेनों का परिचालन किया गया.
पटना: भारतीय रेल ने एक नया कीर्तिमान बनाया है. दरअसल, बिहार में डेहरी आन सोन में सोन नदी पर बने पुल पर एक साथ 5 ट्रेनों का सफल परिचालन किया गया. यह अपने आप एक रिकॉर्ड है. पहली बार इस रेल ब्रिज पर एक साथ पांच फ्रेट ट्रेनों का परिचालन किया गया.
इसका वीडियो रेलवे ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है. अब यह वीडियो वायरल हो रहा है. रेल अधिकारियों के अनुसार, रेलवे के सबसे लंबे ब्रिजों में शामिल इस फ्रेट कारिडोर पुल पर एक तरफ से 3 लॉन्ग हॉल ट्रेन के परिचालन की क्षमता है. इसके मायने हुए दोनों तरफ से एक साथ 3-3 अर्थात कुल 6 ट्रेनों के परिचालन की क्षमता है.
बिहार भाजपा ने भी अपने फेसबुक पेज पर इसे शेयर किया है. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल एवं अन्य नेताओं ने इसे शेयर किया है. प्रदेश अध्यक्ष ने लिखा है कि डबल इंजन की सरकार, देखिए बिहार में प्रगति की रफ्तार. बुलंद भारत का बनता बुलंद बिहार.
डबल इंजन की सरकार, देखिए बिहार की प्रगति का रफ्तार!
— Dr. Sanjay Jaiswal (@sanjayjaiswalMP) June 28, 2022
डेहरी-ऑन-सोन के पास सोन नदी पर बने पुल के ऊपर एकसाथ चलती पांच मालगाड़ियों का विहंगम दृश्य देखिए।
बुलंद भारत का बनता बुलंद बिहार!@AshwiniVaishnaw#AatmaNirbharBharat#AatmaNirbharBiharpic.twitter.com/rnNluBfYey
रेलवे ने इस परिचालन के कई फोटोग्राफ भी शेयर किए हैं. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर प्रोजेक्ट के पहले चरण में जिसे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन इंडिया लिमिटेड पूरा कर रहा है. 1,504 किलोमीटर वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और 1,856 किलोमीटर ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है. जिसमें सोननगर से दनकुनी के बीच पीपीपी मोड सेक्शन भी शामिल है.
ईडीएफसी की शुरुआत साहनेवाल से होगी. यह समर्पित माल गलियारा पंजाब, यूपी, हरियाणा, बिहार और झारखंड से होकर गुजरेगा. यह कॉरिडोर पश्चिम बंगाल के दनकुनी में समाप्त होगा. इसी के अंतर्गत सोन ब्रिज पर भी फ्रेट कॉरिडोर बना है, जिस पर ट्रेनों का परिचालन अब शुरू हो गया है. इसके तहत ‘ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कोरिडोर’ का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है.
‘ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रंट कोरिडोर’ में एक साथ 6 ट्रेनों का सोन ब्रिज से गुजरने की व्यवस्था की गई है. इसका सफल ट्रायल भी कर लिया गया है. गया-पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड पर यह सम्भव हो सका है. इससे कई राज्यों के बीच मालवाहक सेवा सुगम हो जाएगी.
पंजाब से लेकर पश्चिम बंगाल तक के विभिन्न स्थानों से होकर यह कॉरिडोर गुजर रही है, ऐसे में एक राज्य से दूसरे राज्य तक सामान की आवाजाही में काफी सहूलियत होने की संभावना है. इसके जरिये कच्चा माल भी समय के साथ गंतव्य तक पहुंच सकेगा.
खासकर औद्योगिक विकास की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. इस कॉरिडोर के सामान्य रूप से शुरू हो जाने से विभिन्न इलाकों का तेजी से विकास होगा. खासकर माल की ढुलाई बेहद आसान हो जाएगी.