पटना: बिहार में कोरोना से जारी जंग में अब लोग भारी पड़ने लगे हैं. कोरोना को परास्त करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा देखा जाने लगा .है बिहार में अभी तक कोरोना के 7602 मरीज मिले हैं, जिनमें से 5367 लोगों ने कोरोना को परास्त कर स्वस्थ होने में कामयबी हासिल कर चुके हैं. हालांकि मरने वालों की संख्या भी 51 हो गई है.
नए मरीजों की तुलना में स्वस्थ होने वाले अधिक लोगों के आंकड़े बता रहे कि बिहार में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या घटने लगी है. बात करें तो राजधानी पटना की तो यहां दो नए इलाके में कोरोना संक्रमण ने एंट्री मारी है. पटना के किदवईपुरी और भट्टाचार्य रोड में नए संक्रमण के मामले मिले हैं. उसके साथ-साथ पटना शहर और पटना सिटी में भी नए मरीज मिले हैं.
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में अबतक करीब एक लाख 52 हजार सैंपल की जांच हुई है. इनमें कुल 7602 पॉजिटिव मिले है. यानी कुल जांच का करीब 4.96 फीसद रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इनमे से अब तक 5367 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. इस बीमारी से राज्य में अबतक 51 लोगों की मौत हुई है. इस बीच कोरोना से जंग लड़ रहे डॉक्टरों को मरीजों की जान बचाने में ब्लड बैंक में खून की कमी की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
बिहार में इस कमी से निपटने के लिए कुछ डॉक्टर और स्वास्थयकर्मी न सिर्फ कोरोना के मरीजों के लिए बल्कि दूसरे मरीजों के लिए रक्तदान कर रहे हैं. इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस के सुपरिटेंडेंट डॉ मनीष मंडल ने कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के साथ-साथ हम बहुत जटिल सर्जरी भी कर रहे हैं. इस दौरान सबसे ज्यादा खून की जरूरत पडती है. लोगों के घरों में होने के चलते फिलहाल ब्लड बैंक में खून की कमी है." उन्होंने आगे कहा कि "मैं लोगों से प्रार्थना करता हूं कि वे आगे आएं और रक्तदान करें. इससे बहुत से लोगों की जान बचेगी."