नए साल पर एमपी के लिए बड़ी खुशखबरी,2.30 करोड़ अब गरीब नही
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: January 16, 2024 02:56 PM2024-01-16T14:56:01+5:302024-01-16T14:58:31+5:30
नए साल में मध्य प्रदेश के लिए अच्छी खबर आई है एमपी में बीते 9 सालों में 2.30 करोड़ आबादी गरीबी रेखा से बाहर आ गई है। देश में गरीबों को हराने वाला एमपी तीसरा राज्य है।
एमपी में 2.30 करोड़ की आबादी गरीबी रेखा से बाहर
मध्य प्रदेश में गरीबी तेजी के साथ कम हो रही है। प्रदेश में हर साल गरीबी रेखा से एक बड़ी आबादी बाहर आ रही है। नीति आयोग की ताजा रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि मध्य प्रदेश में बीते 9 सालों में 2.30 करोड़ की आबादी गरीबी रेखा से बाहर आ गई है। गरीबी को हराने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश और बिहार के बाद तीसरा नंबर मध्य प्रदेश का है। नीति आयोग ने एक डिस्कशन पेपर मल्टी डाइमेंशनल पॉवट्री इन इंडिया सिंस 2005-06 के आधार पर निष्कर्ष निकाला है। इसमें साल 2013-14 की स्थिति में देश में गरीब आबादी के अनुपात और 2022-23 में देश में गरीब आबादी के अनुपात की तुलना की गई है। जिसके बाद मध्य प्रदेश उन राज्यों में शामिल है जहां लोग बड़ी संख्या में गरीबी से बाहर निकले हैं ।मध्य प्रदेश में 20.63 प्रतिशत आबादी गरीबी में है जबकि 2015-16 में गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की आबादी 36.57 फीसदी गरीबी की श्रेणी में आती थी। 2005-06 में प्रदेश में उनहत्तर 69.44 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा में आती थी। यानी कि तब से अब तक प्रदेश में 48.81 फ़ीसदी लोग गरीबी रेखा से बाहर आएं हैं। मध्य प्रदेश में बहुआयामी गरीबी का प्रतिशत घटकर 11.18% रह गया है।
सीएम मोहन ने एक्स पर लिखा
वही सीएम मोहन यादव ने गरीबों की आबादी घटने पर कहा है कि हमारी सरकार अंत्योदय के लिए संकल्पित है डबल इंजन सरकार की बेहतर नीतियों और पीएम नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन से यह संभव हुआ है। और प्रदेश तेज गति के साथ विकास के नए आयामों की छु रहा है ...