बीएचयू में फिरोज खान के 'समर्थन' के लिए दलित प्रोफेसर का छात्रों ने किया पीछा और मारपीट की कोशिश, शिकायत दर्ज
By अभिषेक पाण्डेय | Published: December 10, 2019 08:33 AM2019-12-10T08:33:08+5:302019-12-10T08:33:08+5:30
BHU Dalit professor: बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में फिरोज खान की नियुक्त को लेकर जारी विरोध के बीच एक दलित प्रोफेसर ने लगाया छात्रों द्वारा हमले के उद्देश्य से उनका पीछा करने का आरोप
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के छात्रों के एक समूह ने सोमवार को संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान (एसवीडीवी) के एक दलित प्रोफेसर का कथित तौर पर पीछा करने के बाद संस्कृत प्रोफेसर के तौर पर नियुक्त हुए डॉ. फिरोज खान का 'समर्थन' करने के लिए उन पर हमला करने की कोशिश की।
यूनिवर्सिटी की एसवीडीवी फैकल्टी के छात्र खान की नियुक्ति का नवंबर की शुरुआत से ही केवल इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि वह एक मुस्लिम हैं।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रोफेसर शांति लाल साल्वी ने आरोप लगाया है कि जब वह अपने फैकल्टी ऑफिस से बाहर आ रहे थे तो छात्रों के एक समूह ने उन्हें गालियां देना शुरू कर दिया और जातिवादी टिप्पणियां करते हुए हमला करने के इरादे से उनका पीछा किया। बाद में चीफ प्रॉक्टर ओपी राय को लिखे खत में साल्वी ने फैकल्टी के एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर छात्रों को उनके खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया।
प्रोफेसर साल्वी ने की छात्रों के खिलाफ प्रॉक्टर से शिकायत
साल्वी ने प्रॉक्टर को लिखे अपने खत में कहा, '12:05 मिनट पर मैं एसवीडीवी फैक्लटी में अपने ऑफिस में बैठा था, जब कुछ छात्र मेरे पास आए और मुझे जाने को कहा क्योंकि वह फैकल्टी बंद कर रहे थे। जैसे ही मैं अपने एक सहकर्मी के साथ बाहर आया, एक बाहरी मुनीश मिश्रा, ने एक छात्र शुभम तिवारी और अन्य लोगों के साथ मिलकर मेरे खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने मुझे और विभाग के एचओडी को चोर कहा। जल्द ही इसमें और छात्र भी शामिल हो गए और उन्होंने मेरे खिलाफ जातिवादी टिप्पणियां कीं। उन सभी ने मुझे मारने के लिए मेरा पीछा किया। अपनी जिंदगी को खतरे में देख, मैंने भागना शुरू किया और करीब आधे किलोमीटर बाद मैंने एक बाइक वाले से लिफ्ट ली और सेंट्रल ऑफिस पहुंचा। एक छात्र ने मेरे ऊपर ईंट फेंकी, लेकिन उसका निशाना चूक गया।'
इस रिपोर्ट के मुताबिक, हमले के बारे में पूछे जाने पर साल्वी ने कहा कि ये पूरा मामला फिरोज खान की नियुक्ति से जुड़ा है और उन्होंने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर ने छात्रों को उनके खिलाफ भड़का दिया है।
प्रोफेसर साल्वी ने एक वरिष्ठ प्रोफेसर पर लगाया प्रताड़ना का आरोप
साल्वी ने कहा, 'मेरे विभाग में एक प्रोफेसर हैं, जो कभी एचओडी थे। पिछले कई वर्षों से वह मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों के बीच एक अफवाह फैला दी है कि मेरी पत्नी, जिन्होंने बीएचयू से पीएचडी की है, वह मुस्लिम हैं और फिरोज खान की बहन हैं। उन्होंने छात्रों को ये भी बताया है कि फिरोज खान को मैं ही यहां लाया हूं और इसी वजह से आज छात्रों ने मुझ पर हमला किया। मैंने खत की एक कॉपी प्रॉक्टर को दी है और मैं उन लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराऊंगा जिन्होंने मुझे प्रताड़ित किया है।
सोमवार शाम, साल्वी समेत विश्वविद्यालय के 20 छात्रों ने वाइस चांसलर राकेश भटनागर और चीफ प्रॉक्टर राय से मुलाकात की और मामले की चर्चा की। प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक जांच समिति बनाने का वादा किया है।
यूनिवर्सिटी के अधिकारी ने कहा, 'यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक, समिति के निष्कर्षों के आधार पर इस घटना के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में एक वाराणसी के लंका पुलिस स्टेशन में एक मामला भी दर्ज किया जा रहा है।'
उधर, खान की नियुक्ति के खिलाफ एसवीडीवी के छात्रों का विरोध सोमवार को भी जारी रहा और कोई कक्षाएं नहीं हुईं। छात्रों ने मंगलवार से शुरू हो रहे सेमेस्टर परीक्षाओं के भी बहिष्कार की घोषणा की है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, यूनिवर्सिटी से जुड़े सूत्रों ने कहा कि फिरोज खान ने जिन तीन संकायों में आवेदन किया था, उन तीनों-आयुर्वेद संकाय, कला संकाय और एसवीडीवी संकाय में चुने गए हैं-और अब ये फैसला उनका होगा कि वह एसवीडीवी (जहां उनका विरोध हो रहा है) से इस्तीफा देकर, बाकी की दो फैकल्टी से जुड़ना चाहते हैं या नहीं।
फिरोज खान, जो अभी छुट्टी पर हैं, की इस मामले पर टिप्पणी नहीं मिल सकी।