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Bharat Jodo Yatra: बिहार में कांग्रेस की पदयात्रा, 20 जिलों से गुजरते हुए 1200 किमी की दूरी तय करेगी

By एस पी सिन्हा | Updated: January 8, 2023 17:10 IST

Bharat Jodo Yatra: बिहार के बांका भागलपुर सीमा के समीप रतनगंज में एक स्कूल से आज यात्रा की शुरुआत हुई। नेतृत्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद कर रहे हैं।

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ठळक मुद्देदो दिनों में यात्रा 53 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।मंदार से कांग्रेस ने अमृत-खोज शुरू की है।बिहार में अल्पसंख्यकों का वोट प्रतिशत 17 फीसदी है।

पटनाः बिहार में बांका जिले के मंदार पर्वत से शुरू हुई कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 20 जिलों से गुजरते हुए 1200 किमी की दूरी तय करेगी। इसी कड़ी में भारत जोड़ो यात्रा 24 किलोमीटर की यात्रा तय कर भागलपुर जिले में प्रवेश कर गई है। बांका भागलपुर सीमा के समीप रतनगंज में एक स्कूल से आज यात्रा की शुरुआत हुई।

 

यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद कर रहे हैं। यात्रा में कांग्रेस प्रभारी भक्त चरणदास, कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजित शर्मा समेत कई विधायक, नेता व सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद हैं। यहां दो दिनों में यात्रा 53 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। उसके बाद खगड़िया जिले में प्रवेश कर जाएगी।

बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सहित प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह और अन्य राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेताओं ने बांका के मंदार की धरती बौंसी से गुरुवार को इस यात्रा की शुरुआत की थी। कहा जाता है कि मंदार पर्वत का इस्तेमाल देवताओं और दानवों ने समुद्र मंथन में किया था। अब इसी मंदार से कांग्रेस ने अमृत-खोज शुरू की है।

इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक पहुंच रहे हैं। यात्रा के प्रथम दिन मंदार, बांका में भी इनका अच्छा-खासा जुटान हुआ। यह किसी पार्टी के लिए संकेत हो न हो, लेकिन लालू यादव- तेजस्वी यादव की पार्टी राजद के लिए बड़ा संकेत जरूर है।

बडे पैमाने पर अल्पसंख्यकों का साथ मिलने से यह कयास लगाये जाने लगे हैं कि कांग्रेस को वर्ष 2024 और 2025 में होने वाले चुनाव के लिए यात्रा से अमृत मिल सकता है। अल्पसंख्यकों के वोट पर अधिकार की लड़ाई राजद की किसी और से नहीं बल्कि कांग्रेस से ही होने वाली है। यह पिछले लोकसभा चुनाव और विधान सभा चुनाव के नतीजों से भी साफ है।

पहले लोक सभा का चुनाव होना है इसलिए बड़ी चुनौती पहले है। दरअसल, बिहार में अल्पसंख्यकों का वोट प्रतिशत 17 फीसदी है। बावजूद इसके 2019 के लोक सभा चुनाव में राजद का खाता भी नहीं खुल पाया था। अल्पसंख्यक या हिंदू किसी तरह का उम्मीदवार नहीं जीत पाया था। यहां तक कि लालू प्रसाद यादव की बेटी मीसा भारती भी पाटलिपुत्रा सीट से चुनाव हार गई थी।

जबकि कांग्रेस से किशनगंज के डॉ.मोहम्मद जावेद चुनाव जीते थे। भाजपा को 17, जदयू को 16 और लोजपा को 6 सीटें आई थीं। इसलिए इस बार 2024 के लोक सभा चुनाव में तेजस्वी की अग्निपरीक्षा होनी है। एआईएमआईएम के चार विधायकों को अपनी पार्टी राजद में शामिल करने का फायदा मिलेगा कि नुकसान यह भी दिखेगा।

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