Bengaluru Metro: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने व्हाइटफील्ड (कादुगोड़ी) से कृष्णराजपुरा तक 13.71 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन का शनिवार को उद्घाटन किया। 4,249 करोड़ रुपये की लागत से से बनी इस लाइन पर 12 मेट्रो स्टेशन हैं।
अधिकारियों ने बताया कि यह बैयाप्पनाहल्ली से व्हाइटफिल्ड तक चल रहे ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर (पर्पल लाइन) के पूर्वी हिस्से का विस्तार है। उन्होंने बताया कि इस चरण में 15.81 किलोमीटर लंबी लाइन बननी है जिसमें से आर.के. पुरम से व्हाइटफील्ड तक 13.71 किलोमीटर लंबे हिस्सा का शनिवार को उद्घाटन किया गया।
भाजपा हर व्यक्ति के योगदान पर जोर दे रही है। इस सब में सामाजिक और धार्मिक संगठनों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। पिछले 9 वर्षों में भारत ने चिकित्सा के क्षेत्र में जबरदस्त प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में श्री मधुसूदन साई इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर के उद्घाटन के अवसर पर अपना भाषण देते हुए यह बात कही।
उन्होंने बताया कि इस लाइन के शुरू होने से इस रास्ते पर यात्रा समय में करीब 40 फीसदी की कमी आएगी और सड़कों पर जाम भी कम होगा। बेंगलुरु मेट्रो की यह नयी लाइन आईटी पार्कों, निर्यात प्रोमोशन औद्योगिक क्षेत्रों, मॉल, अस्पतालों और विभिन्न फॉर्चुन 500 कंपनियों में काम करने वाले बेंगलुरु वासियों के लिए मददगार होगी।
उन्होंने बताया कि बीईएमएल से खरीदी गई छह कोच वाली पांच ट्रेनें इस रूट पर चलेंगी और अन्य ट्रेनों को बैकअप के रूप में रखा गया है। पीएम ने कहा कि नए विजन के साथ मैं कर्नाटक आया हूं। आज़ादी के अमृत महोत्सव में हमारा उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। लोग पूछते हैं कि हम 100 साल की छोटी अवधि में इस लक्ष्य को कैसे प्राप्त कर सकते हैं।
कर्नाटक में पीएम मोदी का यह सातवां दौरा था। उन्होंने जोर देकर कहा कि क्षेत्रीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए कुछ भी सराहनीय कदम नहीं उठाये गये हैं। वोट बैंक के लिए कुछ राजनीतिक दलों ने सत्ता और भाषा का गंदा खेल खेला। राजनीतिक दलों ने गरीब लोगों को विशेष रूप से चिकित्सा, इंजीनियरिंग आदि के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित नहीं किया। भाजपा सरकार ने लोगों को क्षेत्रीय भाषाओं में चिकित्सा का अध्ययन करने का अवसर दिया है।
उन्होंने कहा कि लंबे समय से वंचित वर्ग के लोगों को वोट बैंक माना जाता रहा है. वहीं, भाजपा सरकार ने गरीबों की भलाई के लिए काम किया है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि 2014 में केवल 380 मेडिकल कॉलेज थे जो आज भारत में 650 कॉलेजों की महत्वपूर्ण संख्या के साथ तेजी से बढ़े हैं। इस सिलसिले में ऐसे पिछड़े जिलों में जहां विकास एक सपना था, 40 मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 साल में मेडिकल की सीटें दोगुनी हो गई हैं। पिछले दो वर्षों से चिकित्सा के क्षेत्र में कई सुधार किए गए हैं। कर्नाटक में डबल इंजन की सरकार काम कर रही है। कर्नाटक में 70 मेडिकल कॉलेज हैं और चिक्कबल्लापुर में आज उद्घाटन किया गया चिकित्सा और अनुसंधान केंद्र उनमें से एक है जो हमारे देश के नए डॉक्टरों को समर्पित है।
उन्होंने कहा कि बीजेपी के साथ मिलकर देश की महिलाओं, बच्चों, एसएचजी को मजबूत करने का काम कर रही है। भारत में 10 हजार से अधिक औषधि जनसेवा केंद्र शुरू किए गए हैं और कर्नाटक में 1000 केंद्र शुरू किए गए हैं। बजट में सरकार ने 150 नई नर्सिंग संस्थाएं शुरू करने का प्रावधान किया है।
पीएम ने आयुष्मान भारत योजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना ने गरीबों के लिए अच्छे अस्पतालों के दरवाजे खोल दिए हैं। हृदय, डायलिसिस और अन्य बीमारियों के महंगे इलाज की चिकित्सा सुविधा गरीबों के लिए भाजपा सरकार द्वारा सुलभ की गई है। गांवों में खुल रहे स्वास्थ्य केंद्रों में ग्रामीण महिलाओं की ब्रेस्ट कैंसर जांच पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
कर्नाटक में 9 हजार से अधिक स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र शुरू किए गए हैं। कर्नाटक की डबल इंजन सरकार ने राज्य के एएनएम, आशा, नर्सिंग और अन्य चिकित्साकर्मियों को आधुनिक सुविधाएं और गैजेट दिए हैं। इससे पहले, पीएम मोदी ने चिक्कबल्लापुर में एम. विश्वेश्वरैया की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
विश्वेश्वरैया ने किसानों के लिए और लोगों के लिए नवाचारों के लिए बहुत प्रयास किए। उन्होंने इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट बनाए। भाजपा की विजय संकल्प यात्रा के रोड शो में पीएम मोदी ने कर्नाटका दावणगेरे में एक जनसभा को संबोधित किया ।