G20 Summit: जो बाइडन से पहले मॉरीशस के पीएम और अफ्रीकी संघ प्रमुख से करेंगे मुलाकात पीएम मोदी
By मनाली रस्तोगी | Published: September 5, 2023 10:01 AM2023-09-05T10:01:13+5:302023-09-05T10:01:27+5:30
सतत विकास और खाद्य सुरक्षा पर जी20 देशों के बीच आम सहमति है लेकिन यूक्रेन की बहस को संबोधित करने के लिए राजनीतिक नेविगेशन की आवश्यकता है।
नई दिल्ली: जी20 शिखर सम्मेलन नौ-10 सितंबर को राष्ट्रीय राजधानी में होने जा रहा है। इसमें 30 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों और यूरोपीय संघ के शीर्ष अधिकारियों तथा 14 अंतराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों के शामिल होने की संभावना है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से पहले मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनौथ और बांग्लादेश की प्रधान मंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे।
जुगनौथ और हसीना से मुलाकात के बाद पीएम मोदी की शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ निर्धारित बैठक होगी। वह रविवार को फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से मिलेंगे और शिखर सम्मेलन सप्ताहांत के दौरान अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष के रूप में कोमोरोस के राष्ट्रपति अज़ाली असौमानी के साथ भी बातचीत करेंगे।
यह पीएम मोदी के कहने पर ही था कि अफ्रीकी संघ को जी20 शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया गया था, जिसमें भारत ने महामारी से प्रभावित ग्लोबल साउथ के आर्थिक विकास और विकास पर ध्यान केंद्रित किया था। अफ्रीकी देश बेल्ट रोड पहल के कर्ज से जूझ रहे हैं और चीनी एक्जिम बैंक उस महाद्वीप में बंदरगाहों, रेल सड़कों और राजमार्गों जैसी प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में इक्विटी के लिए कर्ज की अदला-बदली कर रहे हैं।
भले ही मेजबान के रूप में पीएम मोदी के पास समय की कमी होगी, लेकिन शिखर सम्मेलन के दौरान अधिक द्विपक्षीय बैठकें होने की संभावना है, बशर्ते वीवीआईपी आगंतुकों का यात्रा कार्यक्रम मेल खाता हो। समझा जाता है कि जी20 शेरपा और सचिवालय ने पीएम मोदी को शिखर सम्मेलन के सभी प्रासंगिक मुद्दों के बारे में जानकारी दी और शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले केंद्रीय मंत्रिपरिषद की एक ब्रीफिंग निर्धारित है।
जहां जी20 विज्ञप्ति पर काम चल रहा है, वहीं नेताओं को यूक्रेन और जलवायु परिवर्तन जैसे भू-राजनीतिक मुद्दों पर ध्यान देना होगा, भले ही जी20 का मुख्य चार्टर आर्थिक वृद्धि और विकास है।
भले ही कोयला बनाम अन्य जीवाश्म ईंधन की बहस इस नवंबर-दिसंबर के अंत में संयुक्त अरब अमीरात में दुबई में होने वाले COP28 का विषय है, शिखर सम्मेलन में परिभाषित हरित लक्ष्यों के साथ हरित विकास समझ तक पहुंचने की उम्मीद के साथ इस विषय पर गर्मागर्म बहस होगी। सतत विकास लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने और वैश्विक खाद्य सुरक्षा के लिए बाजरा को बढ़ावा देने पर व्यापक सहमति प्रतीत होती है।