म्यांमार और बांग्लादेश के साथ भारत की खुली सीमाओं पर लगेगी कंटीली तार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 20, 2024 05:24 PM2024-01-20T17:24:57+5:302024-01-20T17:26:02+5:30
केंद्रीय मंत्री का बयान तब आया है जब म्यांमार के सैकड़ों सैनिक देश की जनता से लड़ने वाले सशस्त्र विद्रोहियों से बचने के लिए सीमा पार कर भारत में आ गए हैं।
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को घोषणा की कि म्यांमार और बांग्लादेश के साथ भारत की खुली सीमाओं पर तारबंदी की जाएगी। असम में राज्य पुलिस कमांडो की पासिंग आउट परेड में बोलते हुए, शाह ने कहा कि म्यांमार के साथ हमारी सीमा एक खुली सीमा है। नरेंद्र मोदी सरकार ने भारत-म्यांमार सीमा की रक्षा करने का फैसला किया है। हम बांग्लादेश के साथ सीमा के समान पूरे सीमा क्षेत्र (म्यांमार के साथ) में बाड़ लगाने की दिशा में काम करेंगे।
केंद्रीय मंत्री का बयान तब आया है जब म्यांमार के सैकड़ों सैनिक देश की जनता से लड़ने वाले सशस्त्र विद्रोहियों से बचने के लिए सीमा पार कर भारत में आ गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले तीन महीनों में लगभग 600 म्यांमार सेना के सैनिक भारत में घुस चुके हैं। बीतों दिनों में भाग कर भारत आए म्यांमार के 250 से ज्यादा सैनिकों को वापस उनके देश भेजा जा चुका है। ये सैनिक भागकर इसलिए आ रहे हैं क्योंकि उनके शिविरों पर पश्चिमी म्यांमार में एक जातीय सशस्त्र समूह अराकान आर्मी (एए) के उग्रवादियों ने कब्जा कर लिया था। पिछले साल नवंबर से अब तक भारतीय रक्षा अधिकारियों ने 350 से अधिक ऐसे सैनिकों को म्यामार वापस भेजा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पूर्वोत्तर में शांति और विकास लाने का अभियान सफल रहा है। उन्होंने कहा, ‘जब मैं गृह मंत्री बना, तो बोडो आंदोलन चल रहा था और मैंने पूर्वोत्तर के सबसे बड़े समुदायों में से एक की समस्याओं और मांगों को समझने का प्रयास किया।’ शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भी इसे नए नजरिए से देखा और समस्या का समाधान किया, जिससे ‘आज बोडोलैंड बम विस्फोटों, गोलीबारी और हिंसा से मुक्त हो गया है।’ शाह ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान बोडोलैंड में हिंसा की कोई घटना नहीं हुई है और यह विकास के रास्ते पर चलकर एक नई कहानी लिख रहा है।नक्सलवाद की समस्या पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश अगले तीन साल में नक्सलवाद की समस्या से मुक्त हो जाएगा।