बैंकों के पास पर्याप्त नकदी, निजी क्षेत्र के BANK 400 जिलों में संपर्क कार्यक्रम से जुड़ेंगे और ऋण देंगे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 26, 2019 08:55 PM2019-09-26T20:55:57+5:302019-09-26T20:55:57+5:30
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निजी क्षेत्र के बैंकरों, वित्तीय संस्थानों के साथ बैठक के बाद कहा कि मैंने किसी से नकदी की समस्या के बारे में नहीं सुना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सुस्ती बढ़ने की चर्चा के बीच बृहस्पतिवार को कहा कि स्थिति सुधर रही है। चीजें आगे बढ़ रही हैं। त्योहारी मौसम में खपत बढ़ने के साथ दूसरी छमाही में आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीद है।
सीतारमण ने निजी क्षेत्र के बैंकरों, वित्तीय संस्थानों के साथ यहां हुई बैठक के बाद कहा, "मैंने किसी से नकदी की समस्या होने के बारे में नहीं सुना है।" अर्थव्यवस्था में सुस्ती के लिये बाजार में नकदी की तंगी को बड़ी अड़चन माना जा रहा है। वित्त मंत्री ने निजी क्षेत्र के बैंकरों के हवाले से कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में गिरावट चक्रीय है।
धारणा की वजह से यात्री वाहनों की बिक्री कम हुई है। उन्होंने कहा कि सस्ते मकानों की योजना के लिए ऋण की अच्छी मांग है। बैंकरों ने इसकी सीमा 45 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने की मांग की है। बैठक के बाद वित्त सचिव ने कहा कि ऋण देने के लिए निजी क्षेत्र के बैंक भी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ 400 जिलों में खुले में बैठकर ऋण वितरण कार्यक्रम से जुड़ेंगे। इसके तहत 250 जिलों में पहले चरण का संपर्क अभियान तीन से सात अक्टूबर 2019 तक आयोजित होगा।
वित्त सचिव राजीव कुमार ने कहा कि ऋण देने के लिए निजी क्षेत्र के बैंक 400 जिलों में संपर्क कार्यक्रम से जुड़ेंगे। वित्त सचिव ने वित्त मंत्री की बैंकरों के साथ बैठक के बाद यह जानकारी दी। वित्त सचिव ने कहा कि 250 जिलों में पहले चरण का संपर्क अभियान तीन से सात अक्टूबर तक, पूंजी उपलब्धता की कोई दिक्कत नहीं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निजी क्षेत्र के बैंकरों, वित्तीय संस्थानों के साथ बैठक के बाद कहा कि मैंने किसी से नकदी की समस्या के बारे में नहीं सुना है।
FM Nirmala Sitharaman: On the whole it was very tonic-like meeting, where I heard a lot of positive things. Not one voice said there was a concern, shortfall of demand. None of them voiced liquidity concerns. https://t.co/9FofKlRSxQ
— ANI (@ANI) September 26, 2019
निर्मला सीतारमण ने कहा कि सस्ते मकानों की योजना के लिए ऋण की अच्छी मांग। बैंकरों ने इसकी सीमा 45 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये करने की मांग की है। वित्त मंत्री ने निजी क्षेत्र के बैंकरों के हवाले से कहा कि वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में गिरावट चक्रीय है।
FM Sitharaman: Many of the MFIs and micro-finance units which have come here are in deep country, they said that in those areas there is still demand and they are extending loans. All of them clearly voiced a positive growth which is a good encouraging story. https://t.co/zWBDLxfd3h
— ANI (@ANI) September 26, 2019
धारणा की वजह से यात्री वाहनों की बिक्री कम हुई है। वित्त मंत्री की निजी बैंकरों के साथ बातचीत के बाद उदय कोटक ने कहा कि अधिकांश बैंक एक अक्टूबर से बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर लागू करेंगे। वित्त मंत्री ने कहा, स्थिति सुधर रही है। चीजें आगे बढ़ रही हैं। खपत हो रही है, त्याोहारी मौसम में मांग पटरी पर लौटेगी।
Finance Secretary Rajeev Kumar: In 400 districts, there would be an outreach program. The outreach program is essentially to just go to the districts and convey that banks have sufficient liquidity, so as the NBFCs (Non- Banking Financial Company). https://t.co/VBxkwHfcbEpic.twitter.com/Kp1NpJhe7R
— ANI (@ANI) September 26, 2019