बालासोर रेल हादसाः घायलों की मदद के लिए रक्तदान करने पहुंच रहे स्थानीय लोग, अस्पताल के बाहर लगी भीड़, देखें वीडियो
By अनिल शर्मा | Published: June 3, 2023 12:19 PM2023-06-03T12:19:30+5:302023-06-03T12:25:26+5:30
पीएम मोदी भी आज ओडिशा जाएंगा और बालासोर में घटनास्थल का दौरा करेंगे। इसके बाद वह उन अस्पतालों का दौरा करेंगे जहां ट्रेन हादसे में घायल यात्री भर्ती हैं।
बालासोर: ओडिशा के बालासोर रेल हादसे में घायलों की मदद के लिए लोग जिला अस्पताल में रक्तदान करने भीर संख्या में पहुंच रहे हैं। रक्तदान करने आए एक व्यक्ति ने कहा, "लोगों की स्थिति बहुत नाजुक है, कई लोग ऐसे हैं जिनके पैर-हाथ नहीं है। मैंने रक्तदान कर दिया जिससे किसी की जान बच सके और वे अपने घर जा सके।"
सामने आए वीडियो में रक्तदान करने के लिए अस्पताल में स्थानीय लोगों की भीड़ देखने को मिली। अस्पताल के बाहर लंबी कतार में खड़े होकर रक्तदान के लिए लोग इंतजार करते दिख रहे हैं। गौरतलब है कि अबतक 238 लोगों की जान जा चुकी है। 1,200 कर्मियों के अलावा 200 एंबुलेंस, 50 बस और 45 सचल स्वास्थ्य इकाइयां दुर्घटनास्थल पर काम कर रही हैं। शवों को ट्रैक्टर समेत विभिन्न प्रकार के वाहनों में अस्पताल पहुंचाया जा रहा है।
#WATCH ओडिशा: बालासोर ट्रेन हादसे के बाद रक्तदान करने के लिए अस्पताल में स्थानीय लोगों की भीड़ देखने को मिली।#BalasoreTrainAccidentpic.twitter.com/rsOjTcviPO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
दक्षिण पूर्व रेलवे ने बताया कि अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 238 लोगों की मृत्यु हुई है। लगभग 650 घायल यात्रियों को गोपालपुर, खंटापारा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। पीएम मोदी भी आज ओडिशा जाएंगा और बालासोर में घटनास्थल का दौरा करेंगे। इसके बाद वह उन अस्पतालों का दौरा करेंगे जहां ट्रेन हादसे में घायल यात्री भर्ती हैं।
ओडिशा: बालासोर रेल हादसे में घायलों की मदद के लिए लोग जिला अस्पताल में रक्तदान करने पहुंच रहे हैं।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 3, 2023
रक्तदान करने आए एक व्यक्ति ने कहा, "लोगों की स्थिति बहुत नाजुक है, कई लोग ऐसे हैं जिनके पैर-हाथ नहीं है। मैंने रक्तदान कर दिया जिससे किसी की जान बच सके और वे अपने घर जा सके।" pic.twitter.com/0KTPFecLaY
आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता से करीब 250 किलोमीटर दक्षिण में बालासोर जिले के बाहानगा बाजार स्टेशन के पास शुक्रवार शाम को सात बजे के आसपास हुआ यह हादसा भारत का अब तक का चौथा सबसे भीषण हादसा है।
रेलवे के एक अधिकारी के मुताबिक, हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई।
घायलों को ट्रेन से निकालने वाले एक स्थानीय ने कहा कि हम यहां से 200 मीटर दूर मार्केट में थे, दुर्घटना की आवाज आई तो हम यहां पहुंचे। लोगों को अंदर से निकाला। वहीं हादसे के बारे में बताते हुए कोरोमंडल एक्सप्रेस के एक यात्री ने कहा, हम S5 बोगी में थे और जिस समय हादसा हुआ उस उस समय मैं सोया हुआ था... हमने देखा कि किसी का सिर, हाथ, पैर नहीं था... हमारी सीट के नीचे एक 2 साल का बच्चा था जो पूरी तरह से सुरक्षित है। बाद में हमने उसके परिवारिजन को बचाया।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के ब्रह्मपुर के रहने वाले पीयूष पोद्दार कोरोमंडल एक्सप्रेस से तमिलनाडु जा रहे थे, तभी यह दुर्घटना हुई। उन्होंने कहा, ‘‘हमें झटका लगा और अचानक हमने ट्रेन के डिब्बे को एक तरफ मुड़ते देखा। ट्रेन इतनी तेजी से पटरी से उतरी कि हममें से कई लोग डिब्बे से बाहर गिर गए। हमने अपने चारों तरफ शव पड़े हुए देखे।’’
स्थानीय लोग यात्रियों के चीखने की आवाजें सुनकर घटनास्थल की तरफ दौड़े और वहां पटरी से उतरे ट्रेन के डिब्बे देखे, जो ‘‘स्टील के बिखरे हुए ढेर’’ की तरह लग रहे थे। रूपम बनर्जी नाम की एक यात्री ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘स्थानीय लोग तुरंत हमारी मदद करने के लिए आए... उन्होंने न केवल लोगों को बाहर निकालने में मदद की, बल्कि हमारा सामान निकाला और हमें पानी पिलाया।’’ यात्रियों ने बताया कि ट्रेन का एक डिब्बा दूसरी ट्रेन के डिब्बे पर चढ़ गया, जिसके कारण वह डिब्बा ‘‘जमीन में धंसा गया।’’
भाषा इनपुट के साथ