'बयानवीर' आजम खान जया प्रदा से लेकर गांधी परिवार तक को नहीं छोड़ा, पढ़ें 5 विवादित बयान
By पल्लवी कुमारी | Published: April 17, 2019 05:42 PM2019-04-17T17:42:08+5:302019-04-17T17:42:08+5:30
आजम खान समाजवादी पार्टी के नेता हैं। 1980 से ये सक्रिय राजनीति में हैं। 1980 में आजम खान ने रामपुर सीट से जनता पार्टी (सेकुलर) के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत थे।
आजम खान उत्तर प्रदेश के एक ऐसे नेता हैं, जो हमेशा ही किसी न किसी बयान को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान बिना नाम लिए उन्होंने जया प्रदा को लेकर विवादित बयान दिया। उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से सपा प्रत्याशी आजम खान अपनी प्रतिद्वंद्वी बीजेपी उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ कथित रूप से बेहद व्यक्तिगत अभद्र टिप्पणी किए जाने का एक वीडियो सामने आया था। वीडियो के मुताबिक रामपुर में एक चुनावी सभा में आजम खान ने कहा था "रामपुर वालों, उत्तर प्रदेश वालों, हिंदुस्तान वालों! उसकी असलियत समझने में आपको 17 बरस लग गए। मैं 17 दिन में पहचान गया कि इनके नीचे का जो अंडरवियर है वह भी खाकी रंग का है। मैं 17 दिन में पहचान गया, आपको पहचानने में 17 बरस लगे, 17 बरस।"
आजम खान ने इस वीडियो में जया प्रदा का नाम नहीं लिया था लेकिन ये पहला मौका नहीं था जब आजम खान ने इस तरह के विवादित बयान दिए हो। आजम खान ने पिछली लोकसभा चुनाव 2014 में कई ऐसे बयान दिए थे, जो चर्चा में आए थे। आइए देखते हैं आजम खान के बयानों पर कब-कब मचा बवाल?
1. जब भैंसों की चोरी को लेकर किया हंगामा
आजम खान का सबसे विवादित मामला 2014 में उनकी भैंस की चोरी का था, जब वह यूपी में मंत्री थे। उनके फार्महाउस से सात भैंसों की चोरी हो गई थी। जिसके बाद जिले की पूरी पुलिस मशीनरी को कथित तौर पर मामले की जांच करने के लिए मजबूर किया गया था। यहां तक कि स्निफर डॉग का भी इस्तेमाल किया गया था। वह गलत सुरक्षा प्राथमिकताओं के लिए मजाक का पात्र बन गया था। पुलिस ने आखिरकार सात भैंसों का पता लगाया जो उनके फार्महाउस से चुराई गई थीं। हालांकि, घटना को अंजाम देने वाले रात्रि गश्त पर निकले तीन स्थानीय पुलिसकर्मियों को उनके पद से हटा दिया गया और वापस पुलिस लाइंस भेज दिया गया था।
2- कारगिल युद्ध पर दिया सांप्रदायिक बयान
2014 में गाजियाबाद की एक चुनावी रैली में आजम खान ने कारगिल युद्ध पर सांप्रदायिक टिप्पणी करके विवाद पैदा कर दिया था। आजम खान ने कहा, "जो लोग कारगिल में जंग में लड़े थे, वे हिंदू सैनिक नहीं थे। वास्तव में जो हमारी जीत के लिए लड़े थे, वे मुस्लिम सैनिक थे।"
3- संजय गांधी और राजीव गांधी पर दिया विवादित बयान
2014 में लोकसभा चुनाव के प्रचार अभियान के दौरान आजम खान ने कहा, संजय गांधी और राजीव गांधी को आपातकाल के दौरान "जबरन" और अयोध्या में विवादित स्थल पर 'शिलान्यास' के लिए भगवान द्वारा दंडित किया गया था। बिजनौर में एक चुनावी रैली में खान ने कहा, "राजीव गांधी ने बाबरी मस्जिद के द्वार खोलने का आदेश दिया था, जबकि संजय गांधी ने जबरदस्त तरीके से पुरुष नसबंदी कार्यक्रम कराया और दोनों को अल्लाह (ईश्वर) से सजा मिली।" 1980 में दिल्ली में एक हवाई दुर्घटना में संजय गांधी की मृत्यु हो गई, जबकि 21 मई, 1991 को चेन्नई के पास राजीव गांधी की हत्या कर दी गई।
4- दादरी हत्याकांड पर विवादित बयान
- दादरी हत्याकांड पर विवादित बयान देते हुए कहा आजम ने कहा था कि गोभक्त आज के बाद किसी भी होटल के मीनू में बीफ का दाम न लिखने दे। अगर ऐसा होता है तो सभी फाइव स्टार होटल को बाबरी मस्जिद जैसे तोड़ दिया जाएगा।
5- पीएम मोदी को लेकर दिया बयान
आजम खान ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि कुत्ते के बच्चे के बड़े भाई हमें तुम्हारा गम नहीं चाहिए। दरअसल मोदी ने एक इंटरव्यू में एक विदेशी मैग्जीन के एक सवाल के जवाब में कहा था, कि अगर आपकी कार के नीचे कुत्ते का बच्चा भी आता है तो दुख होता है। आजम ने मोदी के कुत्ते वाले बयान को मुस्लिमों से जोड़ते हुए ये विवादित बयान दिया था।
आजम खान परिचय
आजम खान समाजवादी पार्टी के नेता हैं। 1980 से ये सक्रिय राजनीति में हैं। 1980 में आजम खान ने रामपुर सीट से जनता पार्टी (सेकुलर) के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत थे। 1996 से लेकर 2002 तक आजम खान राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं। आजम खान 9 बार विधायक और 5 बार यूपी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। आजम खान का जन्म 14 अगस्त 1948 को रामपुर में हुआ था। रामपुर के डिग्री कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की। छात्र जीवन से ही वो राजनीति में हैं।