Ayodhya: राम मंदिर के साथ ही बन रहा है 'रामायण वैक्स संग्रहालय', मैडम तुसाद की तर्ज पर होगा म्यूजियम, जानें इसकी खासियत
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: January 2, 2024 12:13 PM2024-01-02T12:13:32+5:302024-01-02T12:15:17+5:30
7 करोड़ रुपये का संग्रहालय प्रोजेक्ट पिछले अप्रैल में सुनील को मिला था और अयोध्या नगर निगम द्वारा उन्हें आवंटित 2.5 एकड़ जमीन पर निर्माण कार्य जोरों पर है। मशहूर हस्तियों की मोम से आदमकद मूर्तियां बनाने के लिए विख्यात सुनील कंडल्लूर का ये देश में चौथा ऐसा संग्रहालय होगा।
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जारी है। इसके साथ ही एक ऐसा म्यूजियम भी बन रहा है जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। 52 वर्षीय सुनील कंडल्लूर रामायण के अन्य सभी महत्वपूर्ण पात्रों की लगभग 100 आदमकद मोम की मूर्तियों के निर्माण में जुटे हैं। ये म्यूजियम लंदन के प्रसिद्ध मैडम तुसाद संग्रहालय की तर्ज पर होगा। मोम की मूर्तियों के के इस खास 'रामायण वैक्स संग्रहालय' का पहला चरण इस साल अप्रैल-मई तक तैयार होने की उम्मीद है।
इसमें राम, सीता, हनुमान और रामायण के अन्य सभी महत्वपूर्ण पात्रों की लगभग 100 आदमकद मोम की मूर्तियों के साथ, पहले चरण में राम कथा के 30-35 दृश्यों को दर्शाया जाएगा, जिसमें सीता का स्वयंवर, वनवास और लंका दहन शामिल होंगे।
'रामायण वैक्स संग्रहालय' को बनाने वाले सुनील कंडल्लूर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मैं इन मूर्तियों को बनाने के लिए सिलिकॉन, मोम, फाइबरग्लास और अन्य उन्नत सामग्रियों का उपयोग कर रहा हूं। सभी पात्रों की कई मूर्तियाँ हैं। उदाहरण के लिए, राम को जंगल में घूमते, अपने जुड़वा बच्चों के साथ खेलते, रावण के खिलाफ युद्ध छेड़ते हुए दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न भावों के साथ राम की कई मूर्तियाँ बनाई गई हैं।
बता दें कि 7 करोड़ रुपये का संग्रहालय प्रोजेक्ट पिछले अप्रैल में सुनील को मिला था और अयोध्या नगर निगम द्वारा उन्हें आवंटित 2.5 एकड़ जमीन पर निर्माण कार्य जोरों पर है। मशहूर हस्तियों की मोम से आदमकद मूर्तियां बनाने के लिए विख्यात सुनील कंडल्लूर का ये देश में चौथा ऐसा संग्रहालय होगा। इससे पहले कन्याकुमारी (तमिलनाडु), थेक्कडी (केरल) और लोनावाला (महाराष्ट्र) में उनके संग्रहालय में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार, सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, शिव सेना के संस्थापक बाल ठाकरे, अभिनेता-राजनेता एम जी रामचंद्रन, अभिनेता रजनीकांत, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जैसी मशहूर हस्तियों की 170 आदमकद मूर्तियां लगाई जा चुकी हैं।
इस काम में सुनील कंडल्लूर का पूरा परिवार लगा हुआ है। जहां सुनील कलाकार हैं और रचनात्मक कार्य की जिम्मेदारी उठाते हैं वहीं उनके भाई-बहन सुभाष और सुजीत संग्रहालयों के प्रशासनिक और लॉजिस्टिक पहलुओं का प्रबंधन करते हैं। कंडाल्लूर भाई-बहन केरल के रहने वाले हैं। पिछले चार महीने से सुभाष और सुनील ने अपना ठिकाना अयोध्या को बना लिया है। उन्होंने पहली 80 मूर्तियों के लिए सांचे बनाना शुरू कर दिया है। लंदन के मैडम तुसाद की तर्ज पर विकसित मोम की मूर्तियों के लिए सुनील कंडल्लूर ने लगातार सराहना अर्जित की है।