Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या के पांच कोसी परिक्रमा मार्ग में नहीं बिकेगी शराब!, योगी सरकार ने लिया फैसला, तमिल-तेलुगु में भी लगेंगे बोर्ड, जानें सबकुछ
By राजेंद्र कुमार | Published: December 28, 2023 06:13 PM2023-12-28T18:13:04+5:302023-12-28T18:13:57+5:30
Ayodhya Ram Mandir: आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने अयोध्या के पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर शराब की बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है.
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में बन रहे भगवान श्रीराम के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा आगामी 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होनी है. इस अवसर पर योगी सरकार के तमाम विभाग अयोध्या को सजाने संवारने में जुटे हैं. इसी क्रम में सूबे के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने अयोध्या के पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर शराब की बिक्री को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करने का फैसला लिया है.
जिसके तहत उन्होने विभागीय अधिकारियों को पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर स्थिति शराब की दुकानों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने का निर्देश दिया. उनके आदेश पर अयोध्या के आबकारी अधिकारी अमल करने में जुट गए हैं. कहा जा रहा है कि अगले दस दिनों के भीतर पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर खुली शराब की दुकानों को हटा लिया जाएगा.
अयोध्या के परिक्रमा पर शराब की बिक्री को प्रतिबंधित करने के फैसले को लेकर सूबे के आबकारी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल का कहना है कि अयोध्या के साधू संतों और श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय के अयोध्या के पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर शराब की बिक्री को प्रतिबंधित करने की मांग की थी.
चूंकि भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या प्रदेश के प्रमुख धार्मिक शहर है और आगामी 22 जनवरी को अयोध्या एक ऐसी घटना का गवाह बनने जा रहा है, जिसका पूरा देश लगभग दशकों से बेसब्री से इंतजार कर रहा है. इस दिन अयोध्या के भगवान श्री राम मंदिर के भव्य का उद्घाटन होगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित रहेंगे. 22 जनवरी का दिन देश की आजादी के बाद भारत के इतिहास की सबसे ऐतिहासिक घटनाओं में से एक गोगा. उस राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में विभिन्न संप्रदायों के लगभग 4,000 संतों के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों से करीब 8,000 लोग अयोध्या आएंगे.
उस दिन अयोध्या में 'मिनी इंडिया' दिखाई पड़ेगा, यानी उद्घाटन कार्यक्रम में देश के हर जाति, धर्म, संप्रदाय, क्षेत्र और वैचारिक धाराओं से जुड़े लोग शामिल होंगे. जिसका संज्ञान लेते हुए ही अयोध्या के पांच कोसी परिक्रमा मार्ग पर शराब की बिक्री को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने का फैसला किया गया है.
शराब की दुकानों से मिलता है बड़ा राजस्व:
उत्तर प्रदेश में शराब की बिक्री से प्रदेश सरकार को सबसे अधिक राजस्व मिलता है. बीते दिनों सूबे की नई आबकारी नीति को लागू करते हुए अगले वित्तीय वर्ष में 50 हजार करोड़ रुपये राजस्व जुटाने का लक्ष्य योगी सरकार ने निर्धारित किया है. इसके लिए विदेशी मदिरा, बीयर, भांग, मॉडल शॉप दुकानों की वार्षिक लाइसेंस फीस पर 10 फीसद की वृद्धि की गयी है.
इस नीति में एयरपोर्ट की तर्ज पर मेट्रो और रेलवे स्टेशनों पर प्रीमियम ब्रांड की शराब की फुटकर दुकानों को खोलने की अनुमति भी दी गई है. राज्य में देशी शराब की 15738, विदेशी शराब की 6357, बीयर की 5611 और माडल शाप/ वाइन की 450 से अधिक दुकानें हैं.
अयोध्या में तमिल-तेलुगु में भी लगेंगे बोर्ड
इसके साथ ही अयोध्या शहर और वहां के मंदिरों में दर्शन-पूजन के लिए मार्गों पर तमिल, तेलुगू में निर्देश पट्टिका लगाई जाएंगी. देश के विभिन्न भागों से अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए अलग अलग भाषाओं में पट्टिका लगाने का फैसला किया गया है.
दक्षिण की तमिल, तेलुगू जैसी बडे पैमाने पर बोली जाने वाली भाषाओं में भी पट्टिकाएं होंगी. दक्षिण भारत से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या में भगवान राम के मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं. यह लोग सरयू नदी में स्नान कर वहां का जल भी अपने साथ ले जाते हैं.
अयोध्या शोध संस्थान के निदेशक डा. लवकुश द्विवेदी बताते हैं की बीते दिनों काशी में चल रहे तमिल संगमम् में तमिलनाडु के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालु अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला का दर्शन कराने आए थे. पिछले वर्ष भी दो हजार से अधिक तमिल श्रद्धालुओं को अयोध्या दर्शन कराया गया था.