रामजन्मभूमि विवादः 20 फरवरी से शुरू होगी दूसरे दौर की वार्ता, श्री श्री के प्रयासों से आपसी सहमति के आसार
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: February 11, 2018 10:11 AM2018-02-11T10:11:07+5:302018-02-11T10:12:32+5:30
रामजन्मभूमि विवाद मुद्दे पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का रुख भी नरम है। 20 फरवरी को होने वाली दूसरे दौर की वार्ता में विवाद से जुड़े सभी पक्ष शामिल हो सकते हैं।
रामजन्मभूमि विवाद पर कोर्ट के बाहर आपसी सहमति के प्रयास जारी हैं। इस सिलसिलम में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर दूसरे दौर की बात-चीत शुरू करेंगे। इससे पहले उन्होंने मुस्लिमों के एक प्रतिनिधिमंडल से 8 फरवरी को मुलाकात की थी। इस मुद्दे पर मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का रुख भी नरम है।
20 फरवरी को होने वाली दूसरे दौर की वार्ता में विवाद से जुड़े सभी पक्ष शामिल हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना सलमान नदवी ने कहा कि श्री श्री ने 20 फरवरी को मुलाकात का अनुरोध किया है।
शनिवार को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि वह निष्पक्ष न्याय और सम्मान के आधार पर बातचीत के लिए तैयार है। बोर्ड का नरम रुख देखते हुए श्री श्री के फॉर्मूले पर सहमति बनने के आसार हैं। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की 26वीं सालाना बैठक जारी है। उसमें बातचीत के लिए नरमी दिखाई गई थी।
हालांकि बोर्ड के महासचिव मौलाना वली रहमानी ने बैठक के दौरान अपने भाषण में बोर्ड के रुख पर असहमति जताते हुए कहा कि एक बार जो मस्जिद बन गई तो वह हमेशा मस्जिद ही रहेगी। बताया जा रहा है कि आज भी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक जारी रहेगी जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाएंगे।
अयोध्या में मंदिर तय स्थान पर बनाने और मस्जिद को कहीं और शिफ्ट करने की पेशकश करने वाले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारी सदस्य मौलाना सलमान हुसैनी नदवी को बोर्ड से बाहर करने की तैयारी कर ली गई है। नदवी के खिलाफ जांच करने के लिए बोर्ड ने चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो रविवार तक नदवी से संबंधित अपनी सिफारिशें सौंपेगी।