बाबरी मस्जिद इस्लाम में आस्था का एक अटूट हिस्सा है। मुस्लिम अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए न तो अपनी मस्जिद को शिफ्ट करेंगे और न ही गिफ्ट देंगे। ये बात किसी और ने नहीं बल्कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कही है। हैदरबाद में रविवार (11 फरवरी) को एक बैठक के दौरान मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि बाबरी मस्जिद एक मस्जिद है और यह अनंत काल तक एक मस्जिद ही रहेगी। इसे तोड़ने या ध्वस्त करने से इसकी पहचान कभी समाप्त नहीं होगी।
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि बाबरी मस्जिद के पुन निर्माण के लिए संघर्ष जारी है, सुप्रीम कोर्ट में अपील कर हम न्याय के लिए दिन-रात लड़ रहे हैं।
मौलाना द्वारा दिए गए बयान के बाद AIMPLB ने मौलाना नदवी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए एक 4 सदस्यों की समिति का गठन किया था, जिसके बाद AIMPLB ने शुक्रवार को हैदराबाद में अपनी बोर्ड मीटिंग के दौरान मौलाना नदवी के फॉर्मुले को सिरे से खारिज कर दिया था।