लाइव न्यूज़ :

लॉकडाउन से पहले के बिजली बिलों के आधार पर बंद फैक्ट्री और दुकानों के भेजे जा रहे औसत बिल, दुकानदारों की मांग-बिजली बिल हो माफ या हाफ

By एसके गुप्ता | Updated: April 30, 2020 19:14 IST

बिजली कंपनियों की ओर से भेजे जा रहे इन बिलों को लॉकडाउन से पहले के महीने में खर्च की गई बिजली के आधार बनाया गया है। दिल्ली के दुकानदारों का कहना है कि इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

Open in App
ठळक मुद्देलॉकडाउन होने के बावजूद बंद दुकान-फैक्ट्री के औसत बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। दिल्ली के दुकानदारों का कहना है कि इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए।

नई दिल्ली: देश में लॉकडाउन होने के बावजूद दुकानदार और फैक्ट्री मालिकों को बंद दुकान-फैक्ट्री के औसत बिजली बिल भेजे जा रहे हैं। बिजली कंपनियों की ओर से भेजे जा रहे इन बिलों को लॉकडाउन से पहले के महीने में खर्च की गई बिजली के आधार बनाया गया है। दिल्ली के दुकानदारों का कहना है कि इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। एक तरफ तो दुकान और फैक्ट्रियां बंद होने से जीविका का साधन नहीं है, दूसरी ओर इस तरह के बिजली बिल भेजना बिल्कुल बर्दाशत से बाहर है। लोगों ने बंद कामकाज के मद्देनजर दिल्ली सरकार से बिजली के बिलों को माफ करने की अपील की है।

दुकानदार पंकज सिंघला ने कहा कि लॉकडाउन में न तो कामकाज है और न ही लोग दुकान और फैक्ट्रियां खोल रहे हैं। ऐसे में कोई आमदनी तो है नहीं। बिजली हाफ और पानी बिल माफ का नारा देने वाली दिल्ली की केजरीवाल सरकार से मेरी यही अपील है कि संकट की इस घडी में सरकार पूरे बिल माफ करे या हाफ करे। क्योंकि लॉकडाउन के कारण काम धंधा बिल्कुल बंद है।

गांधी नगर निवासी ओमप्रकाश ने कहा कि फैक्ट्रियों के बिल एवरेज के हिसाब से भेज दिए हैं। लॉकडाउन से पहले जो फैक्ट्री का बिल आया था उसके बिजली खर्च को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन पीरियड का बिल भी भेज दिया है। जबकि फैक्ट्री में तो 22 मार्च के बाद से काम ही नहीं हुआ है। यह तो दोहरी मार है। ऐसे संकट में सरकार से राहत के लिए यह अपील है कि केवल फैक्ट्री ही नहीं घरों के बिजली बिल भी माफ किए जाएं।  

टॅग्स :कोरोना वायरसदिल्ली में कोरोनाकोरोना वायरस लॉकडाउन
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यCOVID-19 infection: रक्त वाहिकाओं 5 साल तक बूढ़ी हो सकती हैं?, रिसर्च में खुलासा, 16 देशों के 2400 लोगों पर अध्ययन

भारत'बादल बम' के बाद अब 'वाटर बम': लेह में बादल फटने से लेकर कोविड वायरस तक चीन पर शंका, अब ब्रह्मपुत्र पर बांध क्या नया हथियार?

स्वास्थ्यसीएम सिद्धरमैया बोले-हृदयाघात से मौतें कोविड टीकाकरण, कर्नाटक विशेषज्ञ पैनल ने कहा-कोई संबंध नहीं, बकवास बात

स्वास्थ्यमहाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 12 मामले, 24 घंटों में वायरस से संक्रमित 1 व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्यअफवाह मत फैलाओ, हार्ट अटैक और कोविड टीके में कोई संबंध नहीं?, एम्स-दिल्ली अध्ययन में दावा, जानें डॉक्टरों की राय

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत