अटल सुरंगः 9,000 टन से अधिक इस्पात का प्रयोग, समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई
By भाषा | Published: October 3, 2020 03:39 PM2020-10-03T15:39:18+5:302020-10-03T15:39:18+5:30
सुरंग का निर्माण मनाली-लेह राजमार्ग पर हर मौसम में आवाजाही की सुविधा के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को इस सुरंग का उद्घाटन किया।
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने रोहतांग स्थित अटल सुरंग के लिए 9,000 टन से अधिक इस्पात की आपूर्ति की है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
इस सुरंग का निर्माण मनाली-लेह राजमार्ग पर हर मौसम में आवाजाही की सुविधा के लिए किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को इस सुरंग का उद्घाटन किया। रोहतांग दर्रा के पास बनी इस 9.02 किलोमीटर की अटल सुरंग से मनाली और लेह के बीच 46 किलोमीटर की दूरी घट जाएगी और यात्रा समय में चार से पांच घंटे की कमी आएगी।
यह दुनिया में समुद्र तल से 3,000 मीटर की ऊंचाई पर बनी सबसे लंबी सुरंगों में से एक है। यह सुरंग हर मौसम में मनाली और लाहौल-स्पीति के बीच आवागमन की सुविधा देगी, अन्यथा रोहतांग दर्रे पर बर्फ पड़ने से इस घाटी से छह महीने के लिए संपर्क टूट जाता है। सेल के शुक्रवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि सेल ने इस परियोजना के लिए 9,000 टन से अधिक स्टील की आपूर्ति की है।
यह परियोजना में लगे कुल 15,000 टन स्टील का दो तिहाई है। कंपनी के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने कहा, ‘‘ यह एक गौरवान्वित करने वाला क्षण है कि देश को मजबूत बनाने वाले वाली इस अहम परियोजना में कंपनी ने अपना योगदान दिया है। देश आत्मनिर्भर होने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, ऐसे में राष्ट्र की हर ढांचागत क्षेत्र की जरूरत में मजबूत इस्पात का उत्पादन करने में सेल अपना योगदान देता रहेगा।’’