नई दिल्ली, 20 अगस्त: बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में सार्वजनिक प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इस सभा में मोदी सरकार के सभी मंत्री शामिल हुए थे। इसके साथ विपक्ष के भी कई नेता यहां मौजूद थे।
इसके साथ ही प्रार्थना सभा में योगगुरु बाबा रामदेव और अन्य कई आध्यात्म गुरु भी शामिल हुए। इस दौरान बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने भी वाजपेयी जी को संबोधित करते हुए कहा कि इतनी सभाएं संबोधित की है, कभी सोचा नहीं था ऐसी सभा भी संबोधित करूंगा। उन्होंने कहा ' मैंने एक किताब लिखी थी। लेकिन मुझे इस बात का बेहद दुःख हुआ था क्योंकि उस किताब के विमोचन में अटल जी मेरे साथ नहीं थे।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा '11 मई को भारत में परमाणु परीक्षण अटल जी की दृढ़ता की वजह से हुआ। हालांकि उसके बाद से दुनिया ने भारत पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिया। लेकिन बावजूद इसके वह अटल जी ही थे जो 11 मई को परीक्षण के बाद 13 मई को एक बार फिर दुनिया को चुनौती देते हुए भारत की ताकत का अहसास दिलाया।'
पीएम मोदी ने कहा हमारा जीवन कितना लंबा हो यह तो हमारे बस में नहीं है लेकिन कैसा हो यह पूरी तरह से हमपर निर्भर करता है और इस बात को अटल जी ने जी करके दिखाया है। मोदी ने कहा 'अटल जी केवल नाम से ही अटल नहीं उनके व्यवहार में भी अटल भाव नजर आता है।'
इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा 'बीजेपी को सींचने वाले अटल जी ही हैं। उन्होंने कहा अटल जी की सबके साथ मित्रता थी।मैं खुद उनका भाषण सुनने जाता था। उन्होंने कहा कि अटल जी ने विपरीत हालात में भी काम किया। सार्वजनिक जीवन पर इतनी ऊंचाई पर पहुंचने के बाद भी वे सामान्य जन के प्रति बेहद संवेदनशील थे। कितनी भी कठिन परिस्थितियां क्यों ना हो उनके अंदर एक कवि जिंदा रहता था। उन्होंने कहा राजनीति में आने के बाद भी उन्होंने एक स्वयंसेवक की संवेदनाओं को बनाए रखने के लिए एक आदर्श पेश किया।बीते दिन ही उत्तराखंड के हरिद्वार में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां गंगा में विसर्जित कर दी गई। अटल बिहारी वाजपेयी की बेटी नमिता भट्टाचार्य ने गंगा में उनकी अस्थियां रविवार को गंगा में विसर्जित किया। इससे पहले अस्थि कलश यात्रा निकाली गई। इसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आदि शामिल हुए थे।
अस्थि कलश यात्रा हरिद्वार के पन्ना लाल भल्ला म्यूनिसिपल इंटर कॉलेज से निकलकर प्रेम आश्रम पहुंची थी। उस दौरान भारी भीड़ ने यात्रा में हिस्सा लिया। अस्थि विसर्जन के समय भी अटल बिहारी चाहने वालों का तांता लगा रहा था।
गौरतलब है कि गुरुवार को अटल बिहारी वाजपेयी ने दिल्ली के एम्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। इसके बाद केंद्र सरकार ने 7 दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है। उनके निधन के बाद कई राज्यों में भी राजकीय शोक का ऐलान किया गया था।