चंद्रयान के बाद तेजस ने किया कमाल, हवा से हवा में मार करने वाली ‘अस्त्र’ मिसाइल का परीक्षण, जानें खासियत
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 23, 2023 06:53 PM2023-08-23T18:53:34+5:302023-08-23T18:56:05+5:30
ASTRA Missile: अधिकारियों ने बताया कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से मिसाइल प्रक्षेपण किया गया।
ASTRA Missile: भारत के हल्के लड़ाकू विमान तेजस ने बुधवार को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली दिखाई नहीं पड़ने वाले लक्ष्य को भेदने की क्षमता वाली (बीवीआर) मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण किया, जो सफल रहा। अधिकारियों ने बताया कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से मिसाइल प्रक्षेपण किया गया।
Tejas, Light Combat Aircraft (LCA) LSP-7 successfully fired the ASTRA indigenous Beyond Visual Range (BVR) air-to-air missile off the coast of Goa.
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 23, 2023
The missile release was successfully carried out from the aircraft at an altitude of about 20,000 ft. All the objectives of the… pic.twitter.com/8wvCWwAx4Z
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एलएसपी-7 ने 23 अगस्त को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण किया।” मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण के सभी उद्देश्य पूरे हो गए हैं।
प्रक्षेपण की निगरानी वैमानिकी विकास एजेंसी (एडीए), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के परीक्षण निदेशक और वैज्ञानिकों और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (सीईएमआईएलएसी) और एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय (डीजी-एक्यूए) के अधिकारियों ने की।
Tejas, Light Combat Aircraft (LCA) LSP-7 successfully fired the ASTRA indigenous Beyond Visual Range (BVR) air-to-air missile off the coast of Goa today. The missile release was successfully carried out from the aircraft at an altitude of about 20,000 ft. All the objectives of… pic.twitter.com/b4XfJWhDX2
— ANI (@ANI) August 23, 2023
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस-एलसीए से मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए एडीए, डीआरडीओ, सीईएमआईएलएसी, डीजी-एक्यूए को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रक्षेपण से तेजस की युद्धक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी।